धनबाद : हर्षिता फन एंड जॉय वीमेंस ग्रुप द्वारा शुक्रवार को विकास नगर में बच्चों को संस्कारों से सींचे विषय पर गोष्ठी करायी गयी. मौके पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे. ग्रुप की सदस्य रीतु जाम्वल ने कहा मौजूदा परिवेश में माता-पिता दोनों नौकरी करते हैं. जिस कारण परिवार में एक बच्चे का चलन हो गया है.
स्कूल से लौटकर बच्चा अकेलापन महसूस करता है. अभिभावक के पास इतना समय नहीं है कि वे अपने बच्चे को अपनी संस्कृति और संस्कार की जानकारी दे सकें. उन्हें संस्कारों से सींचे. रीतिका आनंद ने कहा कि महानगरों की तरह हमारे शहर में भी डबल इनकम सिंगल किड का प्रचलन बढ़ता जा रहा है. इसका खमियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है. बच्चों का पर्सनालिटी डेवलप नहीं हो पा रहा है.
अनु कुमारी ने कहा कि एकल परिवार के चलन के कारण भी बच्चों के संस्कारों की नींव कमजोर रह जाती है. चंद्रा ने कहा कि मौजूदा समय में पैरेंट्स बच्चों के फ्रेंड बनें. संघमित्रा सिन्हा ने कहा बच्चों को बड़ों का सम्मान करना, दैनिक जीवन के कार्य खुद करना सीखायें. मौके पर अलिजा मिश्रा, शालिनी गौतम, पिंकी कुमारी, बरखा रानी, सुमित्रा बत्तादयाल, निशि तिर्की आदि ने भी अपने विचार रखे.