धनबाद. लैब व लाइब्रेरी के अपग्रडेशन में तेजी लायें, इसके लिए राशि की कोई कमी नहीं है. आप सिर्फ जरूरत बतायें. ये निर्देश विभावि कुलपति डॉ गुरदीप सिंह ने कॉलेज प्राचार्यों को दिये. वह कुलपति शुक्रवार को रीजनल सेंटर में प्राचार्यों के साथ बैठक कर रहे थे. उन्होंने बताया कि सिर्फ नैक के लिए ही नहीं बच्चों के पढ़ाई के लिए भी यह बेहद जरूरी हो गया है.
नैक की तैयारी की समीक्षा : कुलपति ने समीक्षा के दौरान आरएस मोर कॉलेज गोविंदपुर तथा बीएसके कॉलेज मैथन को नैक के मामले में कार्य प्रगति में तेजी लाने का निर्देश दिया. कतरास कॉलेज के प्राचार्य प्रो. पीके झा ने बताया कि नैक के लिए उनका आवेदन स्वीकृत हो चुका है. उन्हें जुलाई में छह माह का समय दिया गया था. जनवरी 2016 में यह अवधि पूरी हो जायेगी. इसके लिए तैयारी चल रही है. उन्होंने कुलपति से बॉटनी के टीचर की भी मांग की. उनके कॉलेज में बॉटनी में एक भी शिक्षक नहीं हैं. कुलपति ने कहा दो कॉलेजों, जहां नैक हो चुका है उससे मदद लेकर बाकी कॉलेज नैक की तैयारी तत्परतापूर्वक करें. आरएसपी कॉलेज में दिसंबर में नैक की टीम रही है.
सिंदरी कॉलेज को 15 करोड़ : कुलपति ने बताया कि नैक को लेकर सिंदरी कॉलेज भवन के लिए एचआरडी से 15 करोड़ रुपये का आवंटन दिया गया है. कतरास में पीके राय कॉलेज का 15 एकड़ भूमि पर कब्जा लेने के लिए कुलपति जल्द ही उपायुक्त धनबाद से मिलेंगे. आरएस मोर कॉलेज गोविंदपुर में पीजी सेंटर खोलने के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रस्ताव एचआरडी को भेजा गया है. बीएसएस कॉलेज विवाद पर कुलपति ने कहा कि वहां चल रहे तमाम विवाद का निष्पादन अागामी 15 दिनों के अंदर कर दिया जायेगा.
कौन-कौन थे उपस्थित : पीके राय कॉलेज के प्राचार्य डॉ.डीके वर्मा, आरएस मोर कॉलेज की प्राचार्य डॉ. किरण सिंह, बीएसके मैथन के प्राचार्य जेपी साह, सिंदरी कॉलेज के प्राचार्य कामता सिंह , कतरास कॉलेज के प्राचार्य प्रो. पीके झा तथा आरएसपी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. जेएम लुगून.
कोयलांचल विश्वविद्यालय के लिए विभावि प्रयासरत
बोकारो में सत्र 2016-17 से सभी विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू हो जायेगी. सेल के सहयोग से बोकारो में मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. ये बातें विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गुरदीप सिंह ने शुक्रवार को कही. डॉ सिंह डीपीएस बोकारो में आयोजित मेधा सम्मान समारोह बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. धनबाद में कोयलांचल विश्वविद्यालय के संबंध में पूछे जाने पर कुलपति ने कहा : विश्वविद्यालय प्रबंधन इस दिशा में प्रयासरत है. निकट भविष्य में धरातल पर परिणाम भी दिखाई पड़ने लगेगा.