धनबाद: विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग ने बीआइटी सिंदरी में हॉस्टल के छात्र-छात्रओं का बिजली दर वृद्धि का प्रस्ताव भेजा है. संस्थान के विकास से जुड़े कई प्रस्ताव हैं, नियमानुसार इन सब के लिए शासी निकाय की सहमति जरूरी है.
अब 19 माह बाद निकाय की दूसरी बैठक की तैयारी चल रही है. इस संबंध में बीआइटी सिंदरी के निदेशक डॉ एसके सिंह ने बताया कि बैठक शीघ्र होगी. पहल शुरू हो गयी है. शासी निकाय के चेयरमैन विभावि के पूर्व कुलपति डॉ एमपी सिंह जो विदेश में थे, भी लौट आये हैं. इसलिए अब बैठक में और विलंब नहीं किया जायेगा.
कब हुआ गठन : संस्थान के संचालन में आ रही विभिन्न तकनीकी अड़चन को लेकर नवंबर 2011 में लंबे शासी निकाय का गठन किया गया. शासी निकाय में डॉ एमपी सिंह के चेयरमैनशिप में कुल 11 सदस्यों में डायरेक्टर ऑफ जिंदल पावर ओपी झा, डॉ आरपी सिंह( डायरेक्टर आइआइएम रायपुर), ओम प्रकाश, डीएस सहाय, पूर्व डायरेक्टर साइंस एंड टेक्नोलॉजी डॉ अरुण कुमार, आइआइटी दिल्ली से अशोक केसरी के अलावा विभावि व यूजीसी के एक-एक प्रतिनिधि.
कब हुई पहली बैठक : 21 जनवरी 2012 को इसकी पहली बैठक हुई. उसके बाद से शासी निकाय की दूसरी बैठक अब तक नहीं हुई है. बैठक में आधारभूत संरचना, मैन पावर बढ़ाने सहित संस्थान की कई अन्य सुविधा को लेकर बड़ी -बड़ी योजना बनी थी, लेकिन एक पर भी कोई पहल नहीं हुई.