धनबाद: पुलिस कप्तान राकेश बंसल ने कहा है जिले में ऐसे अफसरों (दारोगा-इंस्पेक्टर) की पोस्टिंग हो गयी है जो धनबाद के लाायक नहीं है. एेसे अफसरों के तबादले के लिए वह पुलिस मुख्यालय को लिखेंगे. ये अफसर छोटे जिले के लायक हैं, लेकिन धनबाद जैसे बड़े जिले में पोस्टिंग कर दी गयी है. ये अपनी जिम्मेवारी ठीक से नहीं निभा रहे हैं.
इससे विभागीय कार्य में परेशानी आ रही है. विभागीय कार्यों का सही समय पर निष्पादन नहीं हो पा रहा है. एसपी ने गुरुवार को पुलिस कार्यालय में क्राइम मीटिंग में ये बातें कहीं. समीक्षा में बाइक चोरी व चोरी की बढ़ती घटनाएं व उसके उद्भेदन नहीं होने पर एसपी ने नाराजगी जतायी.
केस डिस्पोजल में रुचि नहीं लेते इंस्पेक्टर
पुलिस अंचल के कई इंस्पेक्टर एसआर (विशेष प्रतिवेदित) केसों के डिस्पोजल में रुचि नहीं लेते हैं. इस कारण कई थाना में लंबित एसआर केसों की संख्या बढ़ रही है. क्राइम मीटिंग में कई डीएसपी ने इस तरह की शिकायत की है. डीएसपी मुख्यालय (द्वितीय) मुकेश कुमार महतो ने कहा कि रिव्यू में गोविंदपुर इंस्पेक्टर भाग नहीं लेते हैं. इंस्पेक्टर का रवैया असहयोगात्मक रहता है. बैठक में मौजूद इंस्पेक्टर ने इसका प्रतिवाद किया. एसपी ने डीएसपी को थाना स्तर पर रिव्यू कर लंबित केसों को डिस्पोजल की दिशा में कार्रवाई का निर्देश दिया. एसपी ने शहर के धनबाद, बैंक मोड़ समेत अन्य थानों के अलावा जिले में चोरी की बढ़ रही संख्या व उद्भेदन नहीं होने पर कड़ी नाराजगी जतायी. बाइक चोरी की संख्या में कमी नहीं आने पर भी एसपी खिन्न दिखे. वैसे तो समीक्षा अक्तूबर माह की हो रही थी, लेकिन नवंबर माह में अभी तक तीन डकैती की घटना होने व खुलासा नहीं होने पर एसपी ने चिंता जतायी. पंचायत चुनाव में एक हजार से अधिक उम्मीदवारों के मैदान में होने व पांच सौ से भी कम लोगों के खिलाफ दंप्रसं की धारा 107 के तहत कार्रवाई की अनुशंसा होने पर भी एसपी ने नाराजगी जतायी. मामले में शिथिल थानेदारों को फटकार लगी. मीटिंग में जिले के सभी डीएसपी, इंस्पेक्टर व थानेदार मौजूद थे.