धनबाद: मैथन पावर लिमिटेड (एमपीएल) के लिए भूमि अधिग्रहण में हुई गड़बड़ी मामले में आज बड़ी कार्रवाई हुई. सोमवार को दो सरकारी कर्मियों को सेवा से बरखास्त कर दिया गया. उपायुक्त का यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया. हाल के वर्षो में इस तरह की यह पहली कार्रवाई है.
क्या है मामला : एमपीएल के लिए जमीन अधिग्रहण में निरसा अंचल के पांड्रा मौजा में हुई गड़बड़ी की जांच करायी गयी थी. जांच में भू-अजर्न कार्यालय के अमीन श्याम पद मंडल एवं प्रभारी कानूनगो सह अमीन रामा शंकर प्रसाद की भूमिका संदिग्ध पायी गयी.
उपायुक्त ने पहले इन दोनों पर विभागीय कार्रवाई करते हुए प्रोन्नति पर रोक लगा दी थी. साथ ही दोनों के चार-चार वेतन वृद्धि पर रोक लगायी गयी थी. अपर समाहर्ता को जांच अधिकारी नियुक्त कर पूरे मामले की विस्तार से जांच करायी गयी. अपर समाहर्ता की जांच रिपोर्ट में दोनों कर्मियों पर लगे आरोपों की पुष्टि हुई. इस आधार पर दोनों कर्मियों को शो-कॉज किया गया.
अभी अलग-अलग जगह हैं पदस्थापित : उपायुक्त प्रशांत कुमार ने बोर्ड प्रकीर्ण नियमावली 1958 के नियम 167 (छह) के तहत श्याम पद मंडल एवं रामाशंकर प्रसाद को बरखास्त करते हुए उन्हें पदच्यूत करने का आदेश दिया है. श्री मंडल फिलहाल धनबाद अंचल तथा श्री प्रसाद निरसा अंचल में पदस्थापित हैं. सूत्रों के अनुसार कुछ और कर्मियों पर भी कार्रवाई हो सकती है.