धनबादः डिप्टी मेयर नीरज सिंह के चचेरे मामा-सह-बिहार के भोजपुर जिले के कोइलवर प्रखंड की गिद्धा पंचायत के मुखिया संजय कुमार सिंह (53) की शनिवार की रात आठ बजे दुर्गापुर मिशन हॉस्पिटल में मौत हो गयी. गोली लगने के बाद उन्हें छह मई को मिशन हॉस्पिटल में भरती कराया गया था. वहां ऑपरेशन के बाद सिर में लगी गोली निकाल दी गयी थी. लेकिन शुक्रवार को अचानक तबीयत बिगड़ जाने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया. लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.
जहां तक पुलिस अनुसंधान का सवाल है तो पूरा मामला अभी तक रहस्यमय बना हुआ है. संजय सिंह मूल रूप से सोनघट्टा गांव के रहने वाले थे. वह यहां बोर्रागढ़ में अपने परिवार के साथ रहते थे. घटना को लेकर यह खबर फैली थी कि छह मई को दोपहर बेकारबांध आइबी में दुल्हन की विदाई के दौरान फायरिंग हो रही थी कि एक गोली संजय सिंह के सिर में जा लगी. आनन-फानन में संजय को सरायढेला के जिम्स अस्पताल में ले जाया गया. डॉक्टरों ने उन्हें तत्काल रेफर कर दिया तो दुर्गापुर मिशन हॉस्पिटल में भरती कराया गया.
डीएसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारी मिशन हॉस्पिटल गये, लेकिन मुखिया बयान देने की स्थिति में नहीं थे. पुलिस ने संजय सिंह के छोटे बेटे निशांत कुमार का बयान दर्ज कर धनबाद थाना में अज्ञात के खिलाफ जान मारने की नीयत से गोली मारने की प्राथमिकी दर्ज की है. अब तक के पुलिस अनुसंधान में इस बात का खुलासा हो गया है कि आइबी गेस्ट हाउस में मुखिया को गोली नहीं लगी थी.
आइबी में जिन झारुडीह निवासी चंद्रशेखर सिंह की बेटी की शादी थी, उन्होंने और उनके बेटे रिशु ने पूछताछ में कहा कि शादी में मुखिया को आमंत्रित नहीं किया गया था. वे लोग मुखिया को नहीं जानते हैं. रिशु ने पुलिस को बताया कि वह अपने चचेरे भाई कालीचरण की सूचना पर जिम्स हॉस्पिटल गये थे. कालीचरण को पुलिस खोज रही है. वह थाना नहीं आ रहा है. जैसी की चर्चा है, कुछ सफेदपोश घटना के बाद से ही मामले को रफा-दफा करने में लगे हैं.