धनबाद: चाइल्ड लाइन से जुड़ी गतिविधियों के प्रति समाज के सभी तबकों को संवेदनशील होना जरूरी है. यह हमारी नैतिक जिम्मेवारी है. यह बात उपायुक्त प्रशांत कुमार ने कही. वह सोमवार को समाहरणालय में आयोजित चाइल्ड लाइन एडवाइजरी बोर्ड की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बच्चों से जुड़े सामान्य मामलों के संबंध में की जाने वाली कार्यवाही एवं नहीं किये जाने वाले कृत्यों के संबंध में निर्देश जारी किये जायेंगे. इसकी प्रति सभी बीडीओ, सीओ, सीडीपीओ व थाना प्रभारियों को उपलब्ध करायी जायेगी. उन्होंने कहा कि चाइल्ड लाइन से प्राप्त हुई छोटी बच्चियों को तत्काल ट्रांजिट प्रवास के लिए कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में रखा जायेगा.
उन्होंने बाल कल्याण समिति को भी अनाथ बच्चों को गोद लिए जाने संबंधी प्रावधानों के प्रति और भी संवेदनशील होने की जरूरत बतायी. यह भी कहा कि चाइल्ड लाइन के सदस्यों को पहचान पत्र जारी किये जायेंगे. एसपी अनूप टी मैथ्यू ने कहा कि आगामी क्राइम मीटिंग में चाइल्ड लाइन के संचालक आकर पुलिस पदाधिकारियों को बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने के लिए प्रेजेंटेशन दें. वहीं चाइल्ड लाइन की मुनमुन पांडेय ने कहा कि 1098 कॉल सेंटर की नि:शुल्क सेवा देश के 278 एवं झारखंड के पांच जिलों में है. इसमें धनबाद भी शामिल है. यहां निरसा व टुंडी में चाइल्ड लाइन की सब सेंटर भी कार्यरत है.
बैठक में थानों को बच्चे के मिलने की सूचना बाल कल्याण समिति को देने, समिति के कार्यो आदि मामलों पर भी चर्चा हुई. बैठक में प्रोजेक्टर के माध्यम से चाइल्ड लाइन का एक प्रेजेंटेशन भी दिखाया गया. बैठक में डीडीसी दिनेश चंद्र मिश्र, रेलवे डीआरएम, एडीएम लॉ एन ऑर्डर बीपीएल दास, एडीएम आपूर्ति, एसडीएम अभिषेक श्रीवास्तव, डीटीओ, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, किशोर न्याय बोर्ड की पुष्पा सिंह, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी व बाल कल्याण समिति के प्रदीप पांडेय व चाइल्ड इंडिया फाउंडेशन की मेधाली गोहाइन आदि मौजूद थे.