उन्होंने बताया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय, खरकाबाद एवं गोविंदपुर के ही एक अन्य स्कूल में एमडीएम बंद पाया गया. यहां चावल था, लेकिन कुकिंग कॉस्ट नहीं होने के कारण एमडीएम बंद था. इस ओर ध्यान दिया जाना चाहिए. इसके अलावा टीम ने कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय (केजीबीवि), गोविंदपुर आदि का भी जायजा लिया. डॉ खरंगा ने बताया कि फंड रिलीज होना चाहिए, जो हो गया है. टीएलएम की स्थिति स्कूलों में बेहतर मिली है. कस्तूरबा विद्यालय का भी संचालन अच्छा हो हा है. टीम भारत सरकार की ओर से मॉनीटरिंग करने आयी है, जिसकी रिपोर्ट भारत सरकार को जायेगी. स्कूलों में एक ओर बात चिंताजनक थी कि शिक्षकों की कमी है, जिसे दुरुस्त किया जाना चाहिए. टीम में डॉ जीडी बारी भी शामिल हैं.
साथ में एसएसए, धनबाद के एडीपीओ विजय कुमार भी थे. टीम मंगलवार एवं बुधवार को भी स्कूलों का अनुश्रवण करेगी. सर्व शिक्षा अभियान एवं मध्याह्न् भोजन कार्यक्रम के अनुश्रवण के लिए आयी हुई है, जो करीब 40 स्कूलों का अनुश्रवण (मॉनिटरिंग) कर सकती है.