इसरो द्वारा घोषित अंतिम परिणाम में कुल 47 अभ्यर्थियों का सेलेक्शन साइंटिस्ट के रूप में किया गया है. इसरो की इस महत्वपूर्ण चयन प्रक्रिया में सफलता प्राप्त करने पर सुमित के परिवार वाले, रिश्तेदार व अन्य काफी खुश हैं.
प्राइवेट नौकरी करने वाले सुमित के पिता रवींद्र प्रसाद व गृहिणी माता मंजु देवी अपने बेटे की सफलता पर काफी आह्वादित हैं. पिता रवींद्र ने बताया कि उनके पुत्र ने वर्ष 2006 में दून पब्लिक स्कूल से मैट्रिक पास किया था. वर्ष 2008 में डीएवी पब्लिक स्कूल से इंटरमीडिएट किया था. इससे पूर्व वह आकाश एजुकेशन तथा होसपिरा हेल्थकेयर में चयनित हो चुके हैं.