झरिया: झरिया मातृ सदन में बुधवार की शाम एक नवजात शिशु की मौत पर परिजनों ने काफी हंगामा किया. परिजन अस्पताल की एक महिला चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा रहे थे. आक्रोश देख मातृ सदन के प्रबंधक व चिकित्सक भाग खड़े हुए.
सूचना पाकर झरिया थाना इंस्पेक्टर श्रीकांत उपाध्याय दल बल के साथ अस्पताल पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझा कर शांत कराया. साथ ही, अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ लिखित शिकायत करने का सुझाव दिया. पुलिस को दिये पत्र में भूली ई ब्लॉक निवासी विक्की कुमार ने कहा कि मातृ सदन की चिकित्सक डॉ ज्योति सिन्हा की लापरवाही से मेरे नवजात शिशु की मौत हुई है. पत्नी सिंपल वर्मा को बुधवार सुबह अस्पताल में भरती कराया.
चिकित्सक एके दीक्षित ने शाम को ऑपरेशन किया तो शिशु मृत पाया गया. बताया कि 15 अप्रैल को जांच कराने पत्नी आयी थी तो डॉ ज्योति सिन्हा ने ने आठ दिनों की दवा दी और 24 अप्रैल को भरती कराने का सुझाव दिया,जबकि अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट में एक सप्ताह पूर्व ही शिशु की मौत की पुष्टि हो चुकी है. उन्होंने दावा किया कि दर्द की दवा खाने से ही शिशु की मौत हुई है.
घटना की जांच होगी : मातृ सदन के अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि घटना की जांच करायी जायेगी. वहीं आरोपी चिकित्सक ज्योति सिन्हा का कहना है कि पीड़िता को आयरन व दर्द की दवा दी जा रही थी. मेरे द्वारा लिखी गयी दवा की जांच करा ली जाये. मेरी तरफ से कोई लापरवाही नहीं हुई है.