धनबाद: डीवीसी की रोज छह घंटे की लोड शेडिंग के तो चार महीने हो गये, लेकिन दो दिन से 12 घंटे बिजली गुल रह रही है. शनिवार को शहर के एक बड़े हिस्से में दिन भर बिजली गुल रही. इधर चौथे दिन मैथन से चार लाख की आबादी को पानी नहीं मिला. लोग तड़पते रहे और आहें भरते रहे. गुस्सा सरकार और प्रशासन पर है. आखिर कैसी व्यवस्था है सरकार की? बिजली नहीं रहने से कुएं या बोरिंग का पानी मोटर से ऊपर (दोतल्ला मकानों में खासकर) नहीं चढ़ सका.
इस बार ऊर्जा विभाग : शुक्रवार को डीवीसी की लाइन में गड़बड़ी थी. शनिवार को उर्जा विभाग में. नया बाजार के सहायक अभियंता राजेश कुमार मंडल ने बताया कि भूली के वैक्यूम सर्किट ब्रेकर (वीसीबी) में कल रात ही खराबी आ गयी थी. उस समय तो लाइन ठीक चली. लेकिन सुबह 10 बजे से एक बजे के दौरान जब डीवीसी ने शेडिंग की उस दौरान बहुत ज्यादा खराबी आ गयी. जब कभी लाइन दी जाती थी ट्रिप कर जाता था. सुबह की गयी लाइन शाम के सवा चार बजे ठीक हुई. डीवीसी पुटकी के अधीक्षण अभियंता विवेक रस्तोगी ने बताया कि डीवीसी की ओर से छह घंटे ही शेडिंग की गयी. अभी शेडिंग खत्म नहीं होगी. जब तक कोई निर्देश नहीं आता तब तक कटौती होती रहेगी. अगले सप्ताह से कुछ न कुछ रास्ता निकलने की उम्मीद है.
तार पर पेड़ की डाल गिरी
पीएमसीएच सब स्टेशन के नूतनडीह क्षेत्र में तार पर पेड़ की डाल गिरने के कारण चार ट्रांसफॉर्मर में गड़बड़ी आ गयी. नतीजतन नूतनडीह, मुरलीनगर सहित अन्य क्षेत्रों में दिन भर बिजली कटी रही.
कहां कितनी देर अंधेर
मनईटांड़, नया बाजार, भूली एवं आसपास के क्षेत्र में सुबह 10 बजे से शाम के सवा चार बजे तक.
हीरापुर, धैया,सरायढेला क्षेत्र में सुबह सात बजे से 10 बजे दिन एवं शाम के पांच से आठ बजे तक.
आमाघाटा क्षेत्र में डीवीसी ने छह घंटे शेडिंग की. एक घंटा और ऊर्जा विभाग के कारण बिजली गुल.