रांची/धनबाद: कांग्रेस भवन में 21 जून को हुई मारपीट और फायरिंग की घटना को लेकर पार्टी द्वारा बनायी गयी जांच कमेटी पर सवाल उठ रहे हैं. घटना के दिन ही प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत के निर्देश पर तीन सदस्यीय जांच कमेटी बना दी गयी थी. गीताश्री उरांव संयोजक और विधायक केएन त्रिपाठी व बन्ना गुप्ता सदस्य बनाये गये हैं.
मारपीट की घटना में दो पक्षों के नाम आ रहे हैं. एक ओर धनबाद के विधायक मन्नान मल्लिक हैं, तो दूसरी ओर विधायक दल के नेता राजेंद्र प्रसाद सिंह के बेटे व यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह हैं. प्रदेश कमेटी ने विधायकों की जांच का जिम्मा विधायक को ही सौंप दिया है.
पार्टी नेता सवाल उठा रहे हैं कि मामला प्रदेश कार्यालय का है, सांगठनिक है, तो फिर विधायकों से ही इसकी जांच का औचित्य क्या है? जांच कमेटी में दल के किसी वरिष्ठ पदाधिकारी को जिम्मा दिया जाना चाहिए.