धनबाद: हीरापुर, झरनापाड़ा निवासी वकील यादव के पुत्र मुकेश कुमार यादव (25) का माडा कॉलोनी में मामूली झगड़े के बाद उस्तरा से गला रेत दिया गया. अज्ञात हमलावर भाग निकला. उसे इलाज के लिए पीएमसीएच में भरती कराया गया है. इमरजेंसी में सीनियर चिकित्सक नहीं होने व ऑपरेशन थिएटर का ताला बंद होने से परिजनों ने जम कर हंगामा मचाया. जानकारी के अनुसार घायलावस्था में मुकेश घर पहुंचा. घरवाले उसे आनन-फानन में पीएमसीएच (कोर्ट मोड़) ले गये.
इमरजेंसी में सीनियर चिकित्सक नहीं थे. इसको लेकर परिजन हंगामा करने लगे. एक घंटे के बाद चिकित्सक आये, फिर इलाज किया गया. इएनटी विभाग के चिकित्सक को भी बुलाया गया. गला का जख्म काफी गहरा था. फिर उसे ऑपरेशन थियेटर में भेजा गया. पीछे से चिकित्सक पहुंचे.
हालांकि वहां ताला लगा था. ताला लगाने वाले कर्मी की खोज की गयी. कर्मी घर में था. उसे बुलाया गया. इस बीच चिकित्सक वहां से हट गये. फिर ओटी का ताला खुला. उसके बाद चिकित्सक आये. गहरे जख्म की सिलाई का धागा नहीं होने से परिजनों से मंगाया गया. हालांकि बाहरी सिलाई का धागा था.
धागा आने के बाद ऑपरेशन हुआ. डेढ़ घंटे तक मरीज बगैर इलाज का पड़ा था. पीएमसीएच की व्यवस्था से जख्मी के परिजन काफी आक्रोशित थे. परिजनों का कहना था कि यहां की व्यवस्था के कारण ही लोग तोड़फोड़ करते हैं. जख्मी ने कहा कि वह हमला करने वाले को पहचान सकता है, लेकिन उसका नाम व पता नहीं जानता है.