धनबाद: शहर के व्यस्ततम और सुरक्षित समङो जाने वाले इलाके स्टील गेट के समीप एक बंगले में एक कोयला अधिकारी की पत्नी किस्मत से बच गयी. बुधवार शाम साढ़े चार बजे के लगभग बीसीसीएल मुख्यालय के सेफ्टी जीएम जे चंद्रा के घर में घुसकर उनकी पत्नी चंदा चंद्रा पर गोली चलायी गयी.
लेकिन गोली चली नहीं और जमीन पर गिर गयी. दो हथियारबंद अपराधी घर में घुसे थे. चंदा ने बहादुरी दिखायी और जम कर शोर मचाया. अपराधी भाग निकले. लेकिन इस घटना ने एक बार फिर कोयला अधिकारियों और उनके परिजनों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा कर दिया है.
चंद्रा का बंगला धनबाद-गोविंदपुर मार्ग पर मुख्य सड़क के किनारे है. सरेशाम अपराधियों के घर में घुस जाना उनके दुस्साहस को दिखाता है और यह पुलिस के लिए चुनौती भी है. घटना की खबर मिलते ही सबसे पहले सीआइएसएफ की टीम पहुंची और उसने पूरे बंगले को सुरक्षा घेरे में ले लिया. बाद में सरायढेला थाना की पुलिस भी पहुंची. सीआइएसएफ के स्क्वायड डॉग को बुलाया गया, लेकिन डॉग भी घर के बाहर तक जाकर रुक गया. पुलिस ने घर के अंदर से एक जीवित कारतूस बरामद किया है. घटना के वक्त बंगले में श्रीमती चंद्रा और नौकरानी ही थी. चंद्रा दंपती के दो पुत्र हैं. एक बेंगलुरु व दूसरा दिल्ली में इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं. छोटे पुत्र की शादी कुछ माह पहले हुई है. घटना को लेकर सब कोई उलझन में है.
चंदा चंद्रा ने पुलिस को दिया यह बयान
शाम साढ़े चार बजे का वक्त होगा. जे चंद्रा चार बजे घर से बीसीसीएल कार्यालय चले गये थे. घर में मैं और नौकरानी गुड़िया देवी ही थी. मैं रसोईघर के अंदर कुछ काम कर रही थी, जबकि गुड़िया आंगन में बरतन धो रही थी. इसी बीच कोई मुख्य द्वार से अंदर घुसा. मुङो लगा कि गुड़िया होगी. अचानक पीछे से मेरी गरदन पर हाथ पड़ा. झटके से मैंने देखा कि एक हथियारबंद अपराधी पीछे से मेरी गरदन को दबोच रहा है. मैं जोर लगा कर भागी और हल्ला मचाना शुरू कर दिया. मैंने देखा कि एक और हथियारबंद युवक है जो मुङो चुप रहने की धमकी दे रहा है. मैं चुप नहीं हुई. उसने अपने हाथ की पिस्तौल चला दी. लेकिन गोली चली नहीं और वहीं जमीन पर गिर गयी. उसके बाद दोनों अपराधी आसानी से सामने के रास्ते घर से बाहर निकले और चलते बने. दोनों का कद पांच फुट होगा. उम्र 20-22 साल होगी. दोनों का रंग काला था. कपड़ा पूरा पहना हुआ था. दोनों की नीयत समझ में नहीं आ रही थी कि वे लूट-पाट करने के लिए आये हुए हैं या कि हत्या करने के लिए. घर से निकलने के बाद दोनों हथियारबंद अपराधी तुरंत किसी की गाड़ी में बैठ कर भाग गये. पुलिस को शक है कि बाहर में भी उनके कुछ साथी गाड़ी लेकर खड़े होंगे.
अपराधियों की मंशा अस्पष्ट
मामला स्पष्ट नहीं हो पा रहा है. अपराधियों की मंशा क्या थी? लूट-पाट करना चाहते थे, डराना चाहते थे या जान लेना चाहते थे. जीएम जे चंद्रा के साथ किसी की किसी तरह की अदावत की बात भी सामने नहीं आ रही है. पुलिस अनुसंधान कर रही है और आरोपितों को चिह्नित किया जा रहा है.
हेमंत टोप्पो, एसपी, धनबाद.
घर के सामान को हाथ तक नहीं लगाया
अपराधियों ने घर के एक भी समान को हाथ नहीं लगाया. चंदा चंद्रा ने गले में सोने की चेन पहन रखी है. लेकिन गला दबोचने के बाद भी सोने की चेन नहीं ली. इस अप्रत्याशित घटना से हतप्रभ चंदा जोर-जोर से रोने लगी और मोबाइल से अपने पति को फोन कर सारी बात बतायी. वहीं से सीआइएसएफ मुख्यालय को भी सूचना मिल गयी.