झारखंड के मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वालों को राज्य में दो वर्ष देनी होगी सेवा, नहीं तो लगेगा 30 लाख रुपया हर्जाना
धनबाद : स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि लोगों को बेहतर चिकित्सीय सुविधा मिले, इसे लेकर केंद्र और राज्य सरकार दोनों गंभीर हैं. आयुष्मान भारत योजना के तहत 1.40 लाख से अधिक लोगों का मुफ्त में इलाज किया गया है. वर्ष 2014 के पहले राज्य में मात्र तीन मेडिकल कॉलेज थे, जिसे 2014 के बाद बढ़ा कर और पांच नये मेडिकल कॉलेज खोले गये, जबकि देवघर में एम्स की स्थापना का कार्य जारी है. टाटा समूह के साथ मिल कर राज्य सरकार ने रांची में विश्वस्तरीय कैंसर अस्पताल की स्थापना की.
झारखंड के मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करने वाले चिकित्सकों को पढ़ाई पूरी करने के बाद अब अनिवार्य रूप से दो वर्ष तक झारखंड में अपनी सेवा देनी होगी, अन्यथा उन्हें 30 लाख रुपये का हर्जाना देना होगा. ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि चिकित्सकों की कमी दूर की जा सके और लोगों को बेहतर चिकित्सीय व्यवस्था मिलेे. श्री चंद्रवंशी गुरुवार को भाजपा जिला कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. कहा कि पूरे देश में मोदी लहर ही नहीं करंट है. झारखंड की 14 सीटों पर हमलोग जितेंगे.
मौके पर प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल वर्णवाल, जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह व मीडिया प्रभारी मिल्टन पार्थ सारथी के अलावे अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे.