धनबाद: केंदुआ बाजार निवासी भूपेंद्र अग्रवाल ने धनबाद नर्सिग होम व चार चिकित्सकों के खिलाफ कोर्ट में केस किया है. कोर्ट को भूपेंद्र ने बताया कि चिकित्सकों के गलत ऑपरेशन के कारण उनका भाई श्याम सुंदर अग्रवाल ( 45) मरणासन्न स्थिति में पहुंच गया है.
परिवादी ने कानूनी कार्रवाई की मांग की है. इधर, कोर्ट ने परिवादी की गुहार पर धारा 156(3) के तहत बैंकमोड़ पुलिस को मामले की जांच करने का आदेश दिया है.
क्या है मामला : भूपेंद्र ने बताया कि भाई श्याम सुंदर को 26 सितंबर 2013 को पेट में दर्द हुआ था. इसके बाद धनबाद नर्सिग होम ले जाया गया. जांच के बाद चिकित्सकों ने कहा कि पेशाब की थैली में संक्रमण है और मरीज को तत्काल प्रोटेस्ट के ऑपरेशन की जरूरत है. इसके लिए एक लाख रुपये लेगेंगे. चिकित्सकों ने छह अक्तूबर 2013 को ऑपरेशन किया. भूपेंद्र के अनुसार चिकित्सकों से जब पूछा गया तो बताया गया कि प्रोटेस्ट नहीं था. प्रोटेस्ट अबेसस था, जिसे ऑपरेशन कर निकाल दिया गया है. पेशाब की थैली लगायी गयी है, जिसे सात दिनों बाद निकाल देंगे. थैली निकालने के बाद पीड़ित के मलद्वार से बदबूदार तरल पदार्थ स्त्रवित होने लगा. चिकित्सकों को दिखाने पर उन्होंने जल्द ठीक हो जाने की बात कही, लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ने लगी.