डेढ़ साल में 20.57 करोड़ रुपये का टेंडर, मगर पब्लिक को लाभ नहीं
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डेढ़ साल में 20.57 करोड़ रुपये का टेंडर, मगर पब्लिक को लाभ नहीं कुछ ही दिनों में उखड़ जाते हैं या मिट्टी से ढंक जाते हैं पेवर ब्लॉक फुटपाथ दुकानदार उस पर लगाते हैं दुकान जैसे-तैसे और जहां-तहां बिछा दिये जाते हैं पेवर ब्लॉक धनबाद : पेवर ब्लॉक के नाम पर निगम में लूट मची […]
कुछ ही दिनों में उखड़ जाते हैं या मिट्टी से ढंक जाते हैं पेवर ब्लॉक
फुटपाथ दुकानदार उस पर लगाते हैं दुकान
जैसे-तैसे और जहां-तहां बिछा दिये जाते हैं पेवर ब्लॉक
धनबाद : पेवर ब्लॉक के नाम पर निगम में लूट मची है. सड़क की चौड़ाई बढ़ाने व सौंदर्यीकरण के नाम पर पेवर ब्लॉक बिछाने के लिए पिछले डेढ़ साल में 20 करोड़ 57 लाख 58 हजार का टेंडर निकला. लेकिन इसके लाभ-हानि का आकलन नहीं किया गया. न ही योजनाबद्ध तरीके से काम हुआ. कुछ ही दिनों में ब्लॉक या तो उखड़ गया या उस पर मिट्टी की परत चढ़ गयी. निगम क्षेत्र में प्राय: जगहों पर पेवर ब्लॉक में खेल हुअा है. कुछ संवेदकों ने तो पेमेंट भी उठा लिया है तो कुछ संवेदकों का काम चल रहा है. कमीशन के चक्कर में न तो निगम के अधिकारी काम देखने जाते हैं और न ही गाइड लाइन के अनुसार संवेदक ही काम करते हैं.
रेलवे कॉलोनियों का उखड़ गया पेवर ब्लॉक : रेलवे कॉलोनियों में लगभग चार करोड़ की लागत से 9 जगहों पर सड़क बनायी गयी. पीच सड़क के दोनों किनारे पर पेवर ब्लॉक भी लगाना था. पुराना बाजार से बरमसिया तक बनी सड़क के दोनों किनारे कई जगहों पर पेवर ब्लॉक नहीं बिछाया गया है. हॉस्पिटल कॉलोनी में लगभग 1748 मीटर सड़क बनायी गयी. पेवर ब्लॉक बिछाने में अनियमितता बरती गयी. हॉस्पिटल कॉलोनी में लगभग जगहों पर बिछे पेवर ब्लॉक उखड़ गये हैं.
सड़क के चौड़ीकरण व सौंदर्यीकरण के लिए पेवर ब्लॉक बिछाया जाता है. सड़क के टेंडर में पेवर ब्लॉक की प्राक्कलित राशि सम्मिलित रहती है. रेलवे कॉलोनी में बनी सड़क का पेवर ब्लॉक सही ढंग से नहीं बिछाया गया है तो उसकी जांच होगी. संवेदक से शो कॉज किया जायेगा.
एसके सिन्हा, मुख्य अभियंता, नगर निगम
सिर्फ जनता के पैसे लूटने के लिए पेवर ब्लॉक
प्लानिंग से पेवर ब्लॉक नहीं बिछाया जाता है. लिहाजा आज पेवर ब्लॉक बिछाया जाता है और दो माह बाद वहां तारकोल की सड़क बना दी जाती है. सिर्फ जनता के पैसे को लूटने के लिए पेवर ब्लॉक का टेंडर होता है.
आशीष वर्मा, अध्यक्ष, पार्क मार्केट चेंबर
पेवर ब्लॉक यानी पैसे की बर्बादी. छह माह पहले लगभग सभी चौक-चौराहों पर पेवर ब्लॉक बिछाया गया. चार माह में ही उसे हटाकर वहां पीच रोड बना दिया गया. सिर्फ ठेकेदारों से कमीशन लेने के लिए टेंडर होता है.
दिनेश हेलीवाल, अध्यक्ष, कतरास रोड चेंबर
पेवर ब्लॉक जिस उद्देश्य के लिए लगाया जाता है, उसका फलाफल जनता को नहीं मिलता. एक तो संवेदक जैसे-तैसे पेवर ब्लॉक बिछाकर कोरम पूरा कर लेते हैं. माह-दो माह में ब्लॉक कबड़ जाता है. पेवर ब्लॉक के नाम पर नगर निगम कमीशन का खेल होता है.
विजय तुलस्यान, कतरास चेंबर ऑफ कॉमर्स
पेवर ब्लॉक अच्छी चीज है, लेकिन प्लानिंग से नहीं बिछाया जाता है. आज बिछाया जाता है और दो माह में उखड़ जाता है. पेवर ब्लॉक के नाम पर सिर्फ लूट हो रही है. मोटा कमीशन लेकर संवेदक को काम दिया जाता है. जैसे-तैसे संवेदक काम पूरा कर पैसा उठा लेते हैं.
विनोद अग्रवाल, व्यवसायी
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