धनबाद : तृतीय अखिल भारतीय बहुभाषीय नाटक, नृत्य एवं संगीत प्रतियोगिता ‘काला हीरा -2018’ के तीसरे दिन शनिवार को एकल नृत्य प्रतियोगिता में आयुषी कुमारी, अंकिता, तृषा, बष्टी, विनीता दत्ता, आकृति, शिप्रा वरनाली आदि ने कार्यक्रम प्रस्तुत किये. विशेष आकर्षण समूह नृत्य में ‘मां तुझे सलाम’ तथा ‘हमे जीने दो’ बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ पर आधारित नृत्य थे.
दर्शकों एवं निर्णायक मंडल को ये काफी पसंद आये और सभी ने खड़े होकर ताली बजाकर प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया. इसके अलावा द रिदम ग्रुप जूनियर के बच्चों ने भांगड़ा नृत्य ‘फ्रेंडशिप विद मॉम ग्रुप’ के बच्चों ने मां के प्रति कर्तव्य का चित्रण नृत्य नाटिका के रूप में प्रस्तुत किया जो कि सराहनीय था. महात्मा गांधीजी के ‘अहिंसा परमो धर्म:’ पर आधारित नृत्य ‘एम जे फाइव’ ने दर्शकों को प्रेरित किया. ‘स्व भूपेन हजारिका’ पर आधारित तथा आजकल बच्चियों पर हो रहे जुल्म (दुष्कर्म) पर पेमिया ऋषिकेश मेमोरियल पब्लिक स्कूल के छात्रों ‘लोटस ग्रुप’ ने कार्यक्रम पेश किया. आज नृत्य एवं संगीत प्रतियोगिता में लगभग 113 बच्चों ने भाग लिया. नाटकों में सैंया भये कोतवाल, एन्ड्रोजली, जागा जागे थाका का मंचन किया गया. गायन में मैत्री मंडल, रोहित सिंह, गीतिका गोप आदि ने भाग लिया. कार्यक्रम को सफल बनाने में एके सिन्हा, हेमंत कुमार मंडल, चंद्रिका राम, मुन्नी सिंह, वैभव प्रसाद, संभव प्रसाद, सुमित मिश्रा, सरसी चंद्र, संजय भारद्वाज, देव नारायण चौहान, जया बनर्जी, रीनी बनर्जी, ख्याति, दीक्षा, उर्मिला प्रसाद, मृत्युंजय ओझा, राममूर्ति पाठक, रवि कुमार, राणा आदि ने भाग लिया.