धनबाद: कृषि विभाग का मिश्रित भवन से 40 वर्ष का साथ आखिरकर छूट गया. 1960 में बने मिश्रित भवन से कृषि व इससे संबंधित विभाग अब स्टील गेट स्थित नव निर्मित भवन में शिफ्ट हो रहे हैं.
सोमवार से मिश्रित भवन की जगह अधिकारी स्टील गेट में बैठने लगे हैं. यहां फिलहाल कृषि विभाग व आत्मा कार्यालय शिफ्ट हुआ है. हालांकि पूरे भवन में बिजली क्नेक्शन नहीं मिला है, काम जारी है. 20 नवंबर 2013 को मंत्री मन्नान मल्लिक व सांसद पीएन सिंह ने जिला संयुक्त कृषि भवन का उद्घाटन किया था. इस तीन मंजिला भवन को लघु सिंचाई विभाग ने एक करोड़ 28 लाख रुपये की लागत से बनाया है. सोमवार से यहां पदाधिकारी नियमित बैठने लगेंगे. भवन स्टील गेट स्थित मनींद्र मंडल की प्रतिमा के बगल में हैं. भवन को उद्यान विभाग की नर्सरी की जमीन पर बनाया गया है.
56 की जगह मात्र पांच कर्मी-पदाधिकारी : बात उद्यान विभाग की करें, तो स्वीकृत पद 56 की जगह यहां मात्र तीन कर्मचारी व दो पदाधिकारी है. वहीं जिला कृषि विभाग में मात्र 12 कर्मचारी व पदाधिकारी कार्यरत है. जबकि स्वीकृत पद लगभग 80 है. इसी तरह से पौधा संरक्षण विभाग के प्रभारी में जिला कृषि पदाधिकारी दिनेश कुमार ही हैं. वहीं आत्मा कार्यालय के प्रभारी उद्यान पदाधिकारी सुनील कुमार हैं. इस तरह से विभागों में पदाधिकारियों व कर्मचारियों की संख्या काफी कम है.
ऑफिस-ऑफिस का चक्कर होगा खत्म : संयुक्त कृषि भवन बन जाने से किसानों को काफी सुविधा होगी. पहले किसानों को किसी भी काम के लिए ऑफिस-ऑफिस का चक्कर लगाना पड़ता था. एक विभाग से कागज बनते तो, दूसरे विभाग में जा कर अधिकारियों से साइन कराना पड़ता था. ऐसे में दूर-दराज से आने वाले किसानों को परेशानियों से अवगत होना पड़ता था. लेकिन संयुक्त कृषि भवन बनने से किसानों को राहत मिलेगी.