धनबाद: कल्पना देवी को धनबाद थाना में रपट लिखाये दो माह हो गये हैं, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. वह दर-दर की ठोकरें खा रही है. कभी थाना तो कभी एसपी के दफ्तर का चक्कर लगा रहा है.
उसका आरोप है कि उसके मकान पर पुलिस चालक पिता-पुत्र राम प्रवेश ठाकुर व आशीष कुमार ठाकुर ने जालसाजी कर कब्जा जमा लिया है. आरोपितों की ओर से अब उसे लगातार धमकी मिल रही है. एसपी ने डीएसपी (लॉ एंड आर्डर) अमित कुमार को केस का सुपरिवजन कर कार्रवाई का निर्देश दिया है.
दर-दर भटक रही कल्पना : जहानाबाद जिले के मखदुमपुर थाना क्षेत्र के मरसुआ गांव निवासी विश्वनाथ महतो एनएच कार्यालय धनबाद में कार्यरत थे. वर्ष 1980 के जून में उनका निधन हो गया. अनुकंपा के आधार पर पत्नी चौरस देवी को नौकरी मिली. दोनों की इकलौती संतान कल्पना है. बाद में भवन प्रमंडल कार्यालय में कार्यरत चौरस देवी की भी मृत्यु हो गयी. कल्पना का कहना है कि उसकी मां ने विशुनपुर मौजा में साढ़े चार कट्ठा जमीन खरीद कर दो मंजिला घर बनाया था. मकान में पुलिस चालक राम प्रवेश ठाकुर किरायेदार के रूप में रहने लगा. मां की मौत के बाद किराये मांगने पर मारपीट घर से निकाल दिया. मामले की शिकायत पूर्व में भी धनबाद थाना में की गयी थी.
छह मार्च को हुई थी एफआइआर : विशुनपुर निवासी पीड़ित महिला कल्पना देवी (पति राजेश कुमार) की शिकायत पर छह मार्च को धनबाद थाना में दर्ज एफआइआर में जिला बल के पुलिस चालक राम प्रवेश ठाकुर, सतीश कुमार ठाकुर, आशीष कुमार ठाकुर, उमेश ठाकुर, सुधीर कुमार ठाकुर(चारों बेटे), पत्नी सुखिया देवी व उमेश ठाकुर की पत्नी सरिता देवी को नामजद किया गया है. अभी विशुनपुर में रहने सभी मूलत:बिहार के अरवल जिले के बैदराबाद थाना के प्यारेचक गांव के हैं. राम प्रवेश धनबाद पुलिस लाइन में चालक है जबकि आशीष बोकारो में वरीय पुलिस अधिकारी के यहां चालक है.
पिता की मौत के सात वर्ष बाद बेटे का जन्म!
कल्पना का कहना है कि उसका कोई भाई नहीं है. राम प्रवेश ठाकुर अपने बेटे सतीश कुमार को उसका भाई बता रहा है. सतीश के मैट्रिक, इंटर व स्नातक सभी प्रमाण पत्र में जन्म तिथि वर्ष 1987 है. जबकि उसके पिता विश्वनाथ महतो की मृत्यु 1980 में ही हो गयी थी. वर्ष 2004 में चौरस देवी ने जहानाबाद में एक जमीन खरीदी जिसमें पति का नाम राम प्रवेश ठाकुर दर्ज है. जमीन अभी पुलिसकर्मी राम प्रवेश के कब्जे में है. राम प्रवेश शादीशुदा है और उसकी पत्नी सुखिया देवी जीवित है जिसका नाम सर्विस रिकार्ड में भी है. कल्पना देवी का आरोप है कि सतीश राम प्रवेश ठाकुर का लड़का है. उसके पास इसके सरकारी दस्तावेज भी हैं.
नौकरी व बकाया भी नहीं मिल रहा
कल्पना का आरोप है कि मां की मौत के बाद उसे अभी तक बकाया व नौकरी नहीं मिल पायी है. सतीश ने उसका भाई बन कर दावा ठोक दिया है. मां के सर्विस रिकार्ड में इकलौती संतान के रुप में कल्पना का ही नाम है. बैंक में रखी रकम हड़पने के लिए सतीश ठाकुर ने कोर्ट में सक्शेसन सर्टिफिकेट केस भी किया है जो अभी लंबित है. विशुनपुर की जमीन व मकान का दाखिल खारिज मां की मौत के बाद इकलौती संतान होने के कारण उसके (कल्पना के) नाम हुआ है.