धनबाद: सिंफर धनबाद में मंगलवार को एक दिवसीय राजभाषा कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष बीके पांडा थे.
उन्होंने कहा कि मैं अहिंदी भाषी हूं, लेकिन देखा कि हिंदी बहुत आसानी से बोली जा सकती है. मेरी अपील है कि जब मैं अहिंदी भाषी होकर हिंदी में अच्छे से बातचीत कर सकता हूं तो आप में से तो कई हिंदी भाषी भी हैं.
हिंदी में संचार स्थापित करना बेहद आसान है. वहीं मुख्य व्याख्यानदाता एवं श्रोत व्यक्ति के रूप में डॉ डीडी ओझा ने ह्यजल ही जीवन है एवं ह्यविज्ञान तकनीकी एवं प्रशासनिक कार्यो में राजभाषा के प्रयोग को बढ़ावा कैसे दें पर अपने विचार रखे. इसके अलावा सीएसआइआर के एचआरडी केंद्र, गाजियाबाद के पूर्व प्रशासन नियंत्रक सह भंडार एवं क्रय नियंत्रक ललित राज मीना ने भी अपने विचार रखे. इससे पहले निदेशक डॉ अमलेंदु सिन्हा ने अध्यक्षीय भाषण दिया. स्वागत भाषण पीजी देवगढ़िया ने दिया एवं राजभाषा कार्यान्वयन की गतिविधियां अनीमा कुमारी महतो ने प्रस्तुत किया. संचालन व धन्यवाद ज्ञान एसएस सिंह ने किया. मौके पर अशोक कुजूर, एसएस मंडल, संजीव शेखर, राज शेखर सिंह, डॉ अजय कुमार, डॉ विजय कुमार आदि मौजूद थे.