धनबाद : सिविल कोर्ट परिसर में शनिवार को डालसा चेयरमैन सत्येंद्र कुमार सिंह के निर्देश पर लोक अदालत लगायी गयी, इसमें सात बेंच लगा कर 107 मामलों का निष्पादन कर 15 लाख, 29 हजार, आठ सौ रुपये की वसूली की गयी.
जिन मामलों का निष्पादन हुआ, उसमें विद्युत 40, वन 04, 138 एनआइ एक्ट-03, क्रिमिनल कंपाउडेबल 46, उत्पाद 07, बीएसएनएल-04 व एचडीएफसी बैंक -03 शामिल हैं. निर्धारित राशि तीन लाख, 80 हजार, आठ सौ हैं. प्रभारी प्रधान जिला व सत्र नयायाधीश एसके पांडेय ने टीएमभीवाद 1/13 की वादिनी पिंकी देवी को उनके पति की सड़क दुर्घटना में हुई मौत मामले में 12 लाख रुपये का चेक प्रदान किया.
उक्त चेक एक बीमा कंपनी ने दिया था. लोक अदालत में डालसा सचिव डीके मिश्र, सिविल जज सीनियर डिवीजन द्वितीय दिवाकर पांडेय, न्यायिक दंडाधिकारी संतोष कुमार, आनंद प्रकाश, अमरेश कुमार, योगेश कुमार, एलआरडीसी सह नीलाम पदाधिकारी उदय कांत पाठक के अलावा अधिवक्ता केके सिंह,जेपी दशौंधी, सुभाष ठाकुर, संजीव सिंह, पंचानंद सिंह, अजय भट्ट, राजीव रंजन आदि थे.
बार में सेमिनार का आयोजन : अधिवक्ता संघ की ओर से शनिवार को बार परिसर स्थित एससी बनर्जी हॉल में प्रजातंत्र में त्वरित न्यायालय की भूमिका पर एक सेमिनार हुआ. अध्यक्षता बार अध्यक्ष कंसारी मंडल ने की.
मौके पर एआइएलयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास रंजन भट्टाचार्या, एनकेपी सिन्हा, बीएन प्रसाद, एमके हबीब (सभी हाइकोर्ट रांची) ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कमेटी के विस्तारीकरण के लिए राज्य के सभी जिला में मुहिम चलायी है. इस यूनियन का मुख्य उद्देश्य न्यायपालिका में फैले भ्रष्टाचार का उजागर कर उसके सफाया के लिए मुहिम चलाना है.
धनबाद बार के सदस्यों ने प्रजातंत्र में त्वरित न्यायालय की भूमिका पर अपना विचार रखे. मौके पर एल्डर क मेटी के चेयरमैन अहमद हुसैन, भागीरथ राय, देवी शरण सिन्हा, समीरन पाल, पीके भट्टाचार्य, संजीव सोमानी, दिलीप चक्रवर्ती, सुबोध कुमार, एमएन रवानी, एमके जाना, पीयूष तिवारी, साकेत सहाय, अमित कुमार सिंह, पीपी उपाध्याय, सोमनाथ चौधरी, अमित सिंह, एमके राकेश, केडी शर्मा आदि थे.