Advertisement
बेटी की मौत से नाराज मायके वालों ने ससुराल की महिलाओं को पीटा
गोमो: जीतपुर निवासी सुरेंद्र महतो की पत्नी संजू देवी (25) की तबीयत खराब थी. उसकी शनिवार की देर रात मौत हो गयी. जानकारी मिलने पर गिरिडीह जिले के निमियाघाट थाना क्षेत्र के असनासिन्हा से रविवार की सुबह यहां पहुंचे मृतका के मायके वालों ने खूब हंगामा किया. मायके से बड़ी संख्या में लोग जीतपुर पहुंचे […]
गोमो: जीतपुर निवासी सुरेंद्र महतो की पत्नी संजू देवी (25) की तबीयत खराब थी. उसकी शनिवार की देर रात मौत हो गयी. जानकारी मिलने पर गिरिडीह जिले के निमियाघाट थाना क्षेत्र के असनासिन्हा से रविवार की सुबह यहां पहुंचे मृतका के मायके वालों ने खूब हंगामा किया. मायके से बड़ी संख्या में लोग जीतपुर पहुंचे थे.
संजू के पिता युगल महतो ने ससुराल वालों पर गला दबा कर हत्या करने का आरोप लगाया है. युगल ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी संजू का विवाह पांच साल पहले हरिहरपुर थाना क्षेत्र के जीतपुर निवासी पुनीत महतो के पुत्र सुरेंद्र महतो से किया था. संजू को दो पुत्र सुमित कुमार (4) तथा सूरज कुमार (1) हैं. आरोप है कि विवाह के बाद से ही पुनीत महतो, बुंदिया देवी, सुरेंद्र महतो, बबलू महतो तथा मनोज महतो संजू से मारपीट तथा गाली–गलौज करते आ रहे थे. इन लोगों ने संजू को शारीरिक रूप से काफी प्रताड़ित किया. युगल महतो ने ससुराल वालों के खिलाफ शनिवार की रात में संजू की गला दबाकर जान लेने का आरोप लगाया.
पुलिस के आश्वासन पर माने लोग
असनासिन्हा से बड़ी संख्या में आयीं महिलाएं दहाड़ मार कर रो रही थीं. प्रशिक्षु डीएसपी महेश प्रजापति व हरिहरपुर थानेदार अरविंद कुमार ने युगल महतो से कहा कि वे लोग लिखित शिकायत करें, पुलिस कार्रवाई करेगी. पुलिस अधिकारियों, गोमो दक्षिण पंचायत के मुखिया राजेंद्र सिंह, पंचायत समिति सदस्य के पति लोकेश्वर महतो, विश्व भारती महतो के समझाने पर लोग माने. युगल महतो ने घटनास्थल पर ही पुलिस को लिखित शिकायत की. बाद में शव पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया गया.
100 की संख्या में थे मायकेवाले
संजू की मौत की खबर सुन उसके मायके से करीब सौ की संख्या में महिला व पुरुष रविवार की सुबह गोमो पहुंचे. महिलाओं ने दामाद के घर में घुस कर उसकी मां व अन्य महिलाओं की जमकर धुनाई कर दी. मां बेहोश हो गयी. जीतपुर में मारपीट व हंगामा की सूचना मिलते ही प्रशिक्षु डीएसपी महेश प्रजापति, हरिहरपुर थानेदार अरविंद कुमार, एएसआइ यमुना सिंह दल–बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. मायके वालों ने शव को नहीं उठाने दिया. उनलोगों का कहना था कि बेटी की मौत की खबर सुनकर वे यहां पहुंचे तो बताया गया कि संजू की तबीयत खराब थी. बीमार होने की सूचना समय पर उन्हें क्यों नहीं दी गयी. उनके पास जितनी औकात होती, वे लोग इलाज करवाते.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement