फुसरो: सीसीएल ढोरी प्रक्षेत्र अंतर्गत एएएंडडीओसीएम (अमलो) परियोजना की बंद पुरनाटांड़ खदान को चालू कराने को लेकर शनिवार को चपरी रेस्ट हाउस में त्रिपक्षीय बैठक हुई, जिसमें प्रबंधन, प्रशासन व विस्थापित शामिल हुए. बैठक में बेरमो एसडीएम प्रेम रंजन ने कहा कि विस्थापितों के साथ न्याय किया जायेगा. जमीन सत्यापन के बाद विस्थापितों को उनका हक मिलेगा. उन्होंने कहा कि 30 अक्तूबर से सीसीएल एवं अंचल के अमीन द्वारा पूरनाटांड़ खदान एरिया की मापी कर जमीन की घेराबंदी की जायेगी.
इसके बाद जिन विस्थापितों की जमीन खनन एरिया में अधिग्रहीत होगा वे अपना दस्तावेज अंचल कार्यालय में जमा कर दावा करें. 15 दिनों के अंदर जमीन सत्यापन के बाद विस्थापितों को सीसीएल के प्रावधान के तहत मुआवजा व नियोजन दिलाया जायेगा. एसडीएम ने कहा कि रैयती जमीन पर ही विस्थापित अपना दावा पेश करें. गैरमजरूआ जमीन प्रबंधन जब चाहे अधिग्रहीत कर सकती है. उन्होंने कहा कि विस्थापितों व प्रबंधन के बीच तालमेल बनाकर ही उत्पादन कार्य किया जा सकता है.
विस्थापितों को दरकिनार कर प्रबंधन द्वारा खदान नहीं चलाया जा सकता है. बैठक में उन्होंने प्रबंधन व अंचल कार्यालय को कई निर्देश दिये. ढोरी जीएम एमके राव ने कहा कि जमीन सत्यापन के बाद अधिग्रहीत जमीन के बदले विस्थापितों को मुआवजा दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को अब ब्लास्टिंग से भयभीत होने की जरूरत नहीं है. नयी तकनीक से ब्लास्टिंग की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि अमलो के विस्थापितों को पूर्व में नौकरी दी जा चुकी है. अब जिनकी जमीन खदान में अधिग्रहण हो रहा है वे दावा करें, उन्हें हक दिया जायेगा. जिनका दावा नहीं है वैसे लोग कार्य में बाधा उत्पन्न नहीं करें.
पीओ पीएन यादव ने कहा कि खदान के चालू होने से लगभग चार सौ करोड़ रेवेन्यू प्राप्त होगा. इसका 50 प्रतिशत भारत सरकार को जायेगा. उन्होंने कहा कि खदान का कार्य चालू नहीं होने से प्रतिदिन 1.50 लाख रुपये का नुकसान सीसीएल हो रहा है. इधर, बैठक में विस्थापितों ने कहा कि जमीन के बदले हम नियोजन मांग रहे हैं. कहा : जब तक प्रबंधन समस्या का समाधान नहीं करेगा, तबतक खदान चालू नहीं करने दिया जायेगा. मौके पर सीओ एमएन मंसूरी, मो जमील, नुनूलाल मुर्मू, सुरेश सिंह, महेंद्र कुमार, भारत मंडल, सीताराम यूके, ब्रजेश कुमार सिंह सहित विस्थापित प्रतिनिधियों की ओर से सांसद प्रतिनिधि सुरेश दूबे, बासुदेव तुरी, धनेश्वर तुरी, रामचंद्र महतो, राजेश गुप्ता, त्रिलोकी सिंह, लालमोहन यादव, कृष्णा भगत, चंदन कुमार, सुभाष सिंह, जिरवा देवी, सुनील सिंह, मोती महतो, रघु तांती, धन कुमारी देवी, सुनील कुमार महतो सहित कई विस्थापित मौजूद थे.
एसडीएम ने किया खदान क्षेत्र का निरीक्षण
बैठक के बाद बेरमो एसडीएम श्री रंजन ने अधिकारियों के साथ बंद पुरनाटांड़ खदान क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि खदान के आसपास निवास कर रहे लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रबंधन खदान चलाये. उन्होंने कहा कि माइनिंग कार्य में प्रबंधन को सतर्कता बरतने की जरूरत है.