धनबाद : कोयलांचल में महिलाओं की टोटल फर्टिलिटी रेट (कुल प्रजनन दर) 2.4 प्रतिशत है. वर्ष 2020 तक इस दर को 2.1 प्रतिशत पर लाने की योजना है. इसके लिए फैमिली प्लानिंग पर सरकार जोर दे रही है. ये बातें रांची से आये ग्लोबल हेल्थ सर्विसेज ट्रीटमेंट एवं प्रिवेंशन के पदाधिकारी डॉ मृदुल ने कही. वह सिविल सर्जन कार्यालय में आयोजित फैमिली प्लानिंग की वर्कशॉप में बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि फैमिली प्लानिंग को गुणवत्तापूर्ण बनाना है. सिविल सर्जन डॉ आशा एक्का ने कहा कि फैमिली प्लानिंग के लक्ष्य को प्राप्त करने की कोशिश हो रही है. मौके पर रांची के पदाधिकारी अश्विनी पाठक, एसीएमओ डॉ चंद्रांबिका श्रीवास्तव, सदर चिकित्सा प्रभारी डॉ आलोक विश्वकर्मा आदि थे.
डिस्ट्रिक वर्किंग ग्रुप करेगा निगरानी : फैमिली प्लानिंग के गुणवत्तापूर्ण के लिए डिस्ट्रिक वर्किंग ग्रुप बनाया जायेगा. ग्रुप में 12-15 मेंबर रहेंगे. इसमें सभी चिकित्सा प्रभारी, तीन बीटीटी, डीपीएम, एमओ आदि होंगे. ग्रुप के सदस्य हर तीन माह पर फैमिली प्लानिंग की रिव्यू मीटिंग करेंगे. इसके बाद इसमें कमियां, सुधार आदि को दूर करेंगे. राज्य व केंद्र इसमें सहयोग करेगा.
गांव-देहात पर भी रहेगी नजर : ग्रुप के सदस्य गांव देहात में होने वाली कम उम्र की शादियों पर भी नजर रखेगी. प्राय: गांवों में 14-15 वर्षों में ही लड़कियों की शादी कर दी जाती है. ऐसे में ग्रुप की यह कोशिश होगी कि बच्चे होने के लिए गैप होना चाहिए. ऐसी लड़कियों को कम से कम तीन वर्ष का गैप कराना जरूरी है.