इधर, सिविल सर्जन ने सरकार से चार करोड़ रुपये की तत्काल मांग की है. पैसे नहीं मिलने के कारण मजबूरी में सिविल सर्जन सभी रजिस्टर्ड अस्पतालों को पत्र लिखकर मरीजों का उधार में इलाज करने की अपील की है.
Advertisement
मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना की राशि खत्म
धनबाद : धनबाद में गंभीर बीमारियों से पीड़ितों की स्थिति सरकारी उदासीनता से बेहद खराब हो गयी है. मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना (असाध्य रोग) की राशि खत्म हो गयी है. हर दिन गंभीर बीमारी से पीड़ित गरीब मरीज सिविल सर्जन कार्यालय में मदद की गुहार लगा रहे हैं. दो दर्जन से अधिक पीड़ित मरीज […]
धनबाद : धनबाद में गंभीर बीमारियों से पीड़ितों की स्थिति सरकारी उदासीनता से बेहद खराब हो गयी है. मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी उपचार योजना (असाध्य रोग) की राशि खत्म हो गयी है. हर दिन गंभीर बीमारी से पीड़ित गरीब मरीज सिविल सर्जन कार्यालय में मदद की गुहार लगा रहे हैं. दो दर्जन से अधिक पीड़ित मरीज सरकार से राशि उपलब्ध होने के इंतजार में हैं.
बिना पैसा बाहरी अस्पतालों ने मना किया इलाज से : मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत झारखंड से बाहर के दो दर्जन बड़े अस्पताल जुड़े हैं, लेकिन यह अस्पताल भी अब उधार में इलाज नहीं कर रहे हैं. अस्पतालों ने हाथ खड़े कर लिये हैं. ऐसे में यहां इलाज कराने मरीज नहीं जा पा रहे हैं. मजबूरन मरीजों के परिजन इलाज के लिए हर दिन सीएस कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. हालांकि थोड़ी राहत की बात है कि झारखंड के कुछ अस्पताल उधार इलाज कर रहे हैं. इन अस्पतालों का भी बकाया होने लगा है.
अब तक 4.86 करोड़ रुपये खर्च
धनबाद में असाध्य रोग के तहत अब तक 4.80 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. यह राशि जुलाई से पहले ही खर्च हो गयी है. अब सरकार से अतिरिक्त चार करोड़ रुपये की मांग की गयी है. असाध्य के तहत ब्रेन, किडनी, कैंसर सहित कई तरह के मरीज आते हैं. नियमत इन मरीजों के लिए एक सप्ताह के अंदर राशि उपलब्ध करा देनी है, लेकिन राशि नहीं होने के कारण गंभीर मरीज इलाज के अभाव में जिंदगी-मौत के बीच जूझ रहे हैं.
सरकार को राशि के लिए पत्र लिखा गया है. मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा जा रहा है. राशि नहीं होने के एवज में उन्हें एक पत्र लिखकर इलाज शुरू करने की बात कही जाती है. राशि आने के बाद अस्पतालों को उपलब्ध करा दी जायेगी.
डॉ आशा एक्का, सीएस, धनबाद
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement