हालात का जायजा लेने एडीएम विधि-व्यवस्था राकेश कुमार दुबे व एसडीएम राकेश कुमार भी पहुंचे. अधिकारियों ने तत्काल आधा दर्जन प्रभावित परिवारों को बगल में संचालित विद्यालय में रखवाने का निर्देश बीसीसीएल तथा स्थानीय पुलिस को दिया. पूर्व मंत्री ओपी लाल, सीमेवा नेता सुरेंद्र सिंह, आदित्य नाथ झा, मजहर अंसारी, पार्षद नंदोदुलाल सेनगुप्ता, जदयू नेता विकास सिंह, शकील अहमद, सुखदेव विद्रोही, बृज बिहारी सिंह आदि भी घटनास्थल पर पहुंचे.
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तेज आवाज के साथ धंसी धरती शौचालय जमींदोज, बची महिला
सिजुआ: बीसीसीएल की मोदीडीह कोलियरी अंतर्गत जोगता 11 नंबर में सोमवार की अलसुबह तेज आवाज के साथ लगभग 80 फीट व्यास में जमीन धंस गयी. आवाज इतनी जोरदार थी कि यहां रहनेवालों में दहशत कायम हो गया. लोग जान बचाने की गरज से इधर-उधर भागने लगे. घटनास्थल पर भारी मात्रा में गैस रिसाव होने लगा. […]
सिजुआ: बीसीसीएल की मोदीडीह कोलियरी अंतर्गत जोगता 11 नंबर में सोमवार की अलसुबह तेज आवाज के साथ लगभग 80 फीट व्यास में जमीन धंस गयी. आवाज इतनी जोरदार थी कि यहां रहनेवालों में दहशत कायम हो गया. लोग जान बचाने की गरज से इधर-उधर भागने लगे. घटनास्थल पर भारी मात्रा में गैस रिसाव होने लगा. नगर निगम से बनाया गया शौचालय जमींदोज हो गया. आरती देवी नामक महिला जमींदोज होने से बाल-बाल बची. हादसे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे बीसीसीएल अधिकारियों को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. बाद में प्रबंधन ने किसी तरह गोफ स्थल की बालू-मिट्टी से भराई करवाई.
इंक्लाइन का मुहाना खुलवाने की मांग: किसी ग्रामीण ने वाकये की सूचना फोन पर बीसीसीएल प्रबंधन को दी. मोदीडीह प्रबंधन के अधिकारी कुछ देर बाद घटनास्थल पर पहुंचे और गोफ की भराई करनी चाही. आक्रोशित ग्रामीण मौके पर जीएम पी चंद्रा को बुलाने तथा पूर्व में चलायी गयी इंक्लाइन का मुहाना खुलवाने की मांग को लेकर उन्हें ऐसा करने से रोक दिया. बाद में जीएम वहां पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर गोफ की भराई शुरू करवायी.
मिनट भर पहले निकली थी टॉयलेट से : महेंद्र हाड़ी की पत्नी आरती देवी हादसे से मिनट भर पहले टॉयलेट से बाहर आयी थी. कुछ दूर आने पर जोरदार आवाज सुनाई दी. आरती ने पीछे मुड़ कर देखा तो उसके होश उड़ गये. अभी-अभी जिस शौचालय से वह बाहर निकली थी, अब उसका नामोनिशान नहीं था. वहां धुआं का गुबार था. शौचालय जमींदोज हो चुका था. अब तक पूरी बस्ती में अफरातफरी का माहौल बन चुका था. लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल सुरक्षित स्थान की ओर भागने लगे. किसी को यह समझ में नही आ रहा था कि क्या करे. थोड़ी देर बाद गैस का गुबार कम होने पर लोगों ने देखा कि घटनास्थल के पास बहुत बड़ा गोफ बन चुका है. उसमें शौचालय समा गया था.
ये परिवार हुए प्रभावित
बस्ती निवासी शांति देवी, रामप्रवेश भुईयां, श्याम बहादुर भुईयां, बालेश्वर भुईयां, उषा देवी व धनु भुईयां गोफ से प्रभावित हुए हैं. जानकार बताते हैं कि जोगता 11 नंबर बस्ती डेंजर जोन में आती है. यहां के लोगों को हटा कर कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर बसाया जाना है. एसडीएम राकेश कुमार तथा एडीएम विधि व्यवस्था राकेश कुमार दुबे ने प्रभावित परिवारों को अस्थायी तौर पर जोगता प्राथमिक विद्यालय में रखवाने का निर्देश बीसीसीएल प्रबंधन को दिया है.
पुनर्वास के लिए जेआरडीए से वार्ता
डेंजर जोन में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास कराने के लिए जल्द ही जेआरडीए से वार्ता होगी. पूर्व के सर्वे में जिनका नाम छूट गया है, उनका फिर से सर्वे करवा कर नाम चढ़ाया जायेगा. क्षेत्र में काफी पहले भूमिगत खदान चली है. उसमें अब आग और गैस तेजी से बढ़ रही है. गोफ की घटना उसी आग और गैस का परिणाम है.
पी चंद्रा, जीएम, सिजुआ
लोग सुरक्षित स्थान पर बसाये जायेंगे
इलाका डेंजर जोन के रूप में चिह्नित किया गया. यहां कभी भी हादसा हो सकता है. ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर बसाया जायेगा. फिलहाल अस्थायी तौर पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से गोफ के समीप रह रहे सभी छह परिवारों को विद्यालय में ठहराने का निर्देश दिया गया है. जल्द ही प्रभावितों को स्थायी तौर पर बसा दिया जायेगा.
राकेश कुमार, एसडीएम
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