वहीं स्वास्थ्यकर्मियों के क्वार्टर में तो खिड़की व दरवाजा खुला रखना भी मुश्किल हो गया है. जानकारी हो कि ट्रेन से गिरे एक अज्ञात लाश का 28 अप्रैल को नगर पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराया गया था. इसके बाद उसे 72 घंटे तक पोस्टमार्टम हाउस में रखने का पुलिस ने आग्रह किया था, किंतु 72 घंटा बीतने के बाद पुलिस ने उक्त अज्ञात लाश का निष्पादन कराना उचित नहीं समझा. पोस्टमार्टम हाउस के अगल-बगल घनी आबादी का मुहल्ला है. ऐसे में यह पुलिस की लापरवाही है या चूक? समझ से परे है.
लाश के सड़ांध से परेशान मुहल्ले के दर्जनों लोगों ने नगर थाना प्रभारी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारियों को फोन कर मामले की शिकायत दी. इसके बाद नगर पुलिस हरकत में आयी और उक्त अज्ञात लाश को निष्पादन कराने के लिये पत्राचार आरंभ किया.