देवघर: घटना के संबंध में 14 वर्षीया मीना (काल्पनिक नाम) ने महिला पुलिस पदाधिकारी को दिये गये अपने बयान में बताया है कि 10-11 वर्ष पूर्व उसके माता-पिता की मृत्यु हो गयी थी. इसके बाद भैया-भाभी पालन-पोषण कर रहे थे.
जब वह 5-6 वर्ष की थी. तो वहां के तत्कालीन थाना प्रभारी राधे श्याम दास ने भैया-भाभी से मुङो पाल-पोसने के बाद बड़ी होने पर शादी कराने की बात कह कर अपने घर ले आये थे. तब से उनके ही घर में रह रहे थे. इस बीच दो वर्ष पूर्व सड़क -दुर्घटना में थाना प्रभारी की पत्नी व बच्ची की मौत हो गयी.
उसके बाद बरमसिया मुहल्ले के मकान में वे अपने बेटे सोनू के साथ मुङो रखे हुए थे. बीच-बीच में वो अपने बेटे से मिलने के लिए देवघर स्थित मकान में आया करते थे. इस बीच अकेला पाकर पहले तो छेड़छाड़ करते रहे. इसी क्रम में 15-20 दिन पूर्व घर में अकेला पाकर थाना प्रभारी श्री दास ने उसके साथ दुष्कर्म किया तथा धमकी दिये कि किसी को नहीं बताना, नहीं तो ठीक नहीं होगा. श्री दास वर्तमान में वह जरमुंडी थाना के प्रभारी हैं.
पुलिस ने लिया एक्शन
इधर साहब 4-5 दिन पूर्व चितौलोढ़िया स्थित अपनी होने वाली पत्नी के यहां सोनू भैया व उसको रख दिये. कल दिनांक 20 मई को सोनू भैया घर में पोछा लगाने की बात पर डांट फटकार किया. डांट फटकार सुन कर वह काफी दु:खित हुई और घर से निकल गयी. ग्रामीणों की सूचना पर महिला पुलिस हरकत में आयी और पुलिस टीम ने वहां पहुंचकर पीड़िता को थाने लायी. यहां पूछताछ में उसने पूरी घटना का खुलासा किया. महिला थाने में पुलिस ने पीड़िता के बयान पर मामला दर्ज कर लिया है.