देवघर : नियमितिकरण नहीं करने के विरोध में झारखंड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले जिले के सभी पारा मेडिकल कर्मियों ने रविवार से काला बिल्ला लगा कर काम शुरू किया.
कर्मियों ने कहा कि सरकार अनुबंधित पारा मेडिकल कर्मियों के साथ सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है. इसे कतई बरदाश्त नहीं किया जायेगा. काला बिल्ला लगा कर काम करते हुए सरकार की गलत नीतियों का विरोध करते रहेंगे. नियमितीकरण होने तक जिले भर में धरना, अनशन व कार्य बहिष्कार भी करेंगे. इसकी सारी जवाबदेही सरकार व जिला प्रशासन की होगी.
उनका कहना है कि गैर योजना मद के तहत वर्ष 2005 में राज्य सरकार ने चिकित्सकों व पारा मेडिकल कर्मियों की अनुबंध पर नियुक्ति आवश्यकता आधारित पदों के विरुद्ध की गयी थी. गत दिनों चिकित्सकों को नियमित कर दिया गया.
वहीं नियमावली बनने के बाद विधि, कार्मिक, वित्त विभाग के परामर्श मिलने के बाद भी पारा मेडिकल कर्मियों को नियमित नहीं किया गया. सिर्फ आश्वासन देकर वादा-खिलाफी का काम किया जा रहा है. अभी की सरकार हो या पूर्व के सरकार के मंत्रियों ने पारा मेडिकल कर्मियों को झूठा आश्वासन देकर ठगने का काम किया है. मांग पूरी होने तक विरोध जारी रहेगा.
स्वास्थ्य मंत्री ने 15 दिनों का मांगा था समय
हाल में ही देवघर दौरे पर आये स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र सिंह ने पारा मेडिकल कर्मियों को आश्वासन दिया था कि अगली कैबिनेट बैठक में नियमित करने का फैसला हो जायेगा. इसके बाद कैबिनेट बैठक भी हुई, लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ. वहीं राजभवन के समीप लगातार आमरण अनशन किया गया, लेकिन सरकार तो दूर स्वास्थ्य विभाग के कोई आलाधिकारी सामने तक नहीं आये.