– आशीष कुंदन –
देवघर : देवघर जिले में महिलाओं की संख्या करीब आठ लाख से अधिक है. महिलाओं की सुरक्षा के लिये जिले में महज 62 पुलिस कर्मी हैं. आये दिन देवघर ही नहीं बल्कि संपूर्ण संताल परगना प्रमंडल में महिला अपराध की घटनाएं होती रहती है. संताल क्षेत्र में महिलाओं, युवतियों के साथ रेप व छेड़छाड़ की घटना इन दिनों बढ़ी है.
बावजूद महिला सुरक्षा के प्रति कोई ठोस बंदोबस्त नहीं है. वैसे तो देवघर जिले में एक साल से महिला थाना चल रहा है. महिला अपराध की शिकायतें आती भी है. उसका समाधान भी होता है. बावजूद स्कूल, कॉलेजों व कोचिंग संस्थानों के आसपास उचक्के मंडराते रहते हैं. छात्राएं असहज महसूस करती हैं.
महिला पुलिस की स्थिति
वर्तमान में दो एसआइ, तीन एएसआइ, 9 हवलदार, 41 कांस्टेबल, 7 महिला पुलिस (टीसी) यहां कार्यरत हैं. महिला थाना प्रभारी के तौर पर महिला एसआइ की पोस्टिंग है. वहीं एक एएसआइ व एक महिला कांस्टेबुल मुंशी के तौर पर कार्यरत हैं. 1-8 की प्रतिनियुक्ति महिला थाने में है.
एक महिला एसआइ की पोस्टिंग नगर थाने में भी है. एक सहायक अवर निरीक्षक (एएसआइ) बाबा मंदिर थाने व एक एएसआइ लाइन में है. एक महिला कांस्टेबुल नगर थाने में, दो एसपी ऑफिस में, दो लाइन ऑफिस में और समय-समय पर बाबा मंदिर की पूजा व्यवस्था के लिये महिला कांस्टेबुल व हवलदार को डय़ूटी पर लगाया जाता है.