देवघर: शतचंडी महायज्ञ के चौथे दिन भी बेरोजगारों को रिक्शा, ठेला, गाय व सिलाई मशीन दान के रुप में मिला. पहले दिन रिक्शा व ठेला की सवारी विदेशी श्रद्धालुओं ने की.
10 रिक्शा व 10 ठेला में विदेशी सवारी पहले ग्राहक रुप में आश्रम परिसर से गेट तक का सफर किया. पहले ग्राहक ने रिक्शा व ठेला चालकों को शगुन (बोहनी) के रुप में सैकड़ों रुपये दिये.
किसी ने 100 तो किसी ने 500 रुपये तक बोहनी करायी. इस अवसर विदेशी श्रद्धालुओं ने परम गुरु स्वामी सत्यानंद जी की भू-समाधि दिवस पर अंगरेजी में कीर्तन प्रस्तुत किया. जबकि कन्याओं ने स्वामी सत्यानंद जी के 108 नामों का हवन किया.