देवघर : सदर अस्पताल में स्थित अल्ट्रा साउंड जांच मरीजों के लिए कारगर नहीं है. अल्ट्रा साउंड में उपयोग होनेवाला ‘प्रोब’ हर बीमारी की जांच रिपोर्ट नहीं दे सकता है. इसके लिए हाई फ्रीक्वेंसी प्रोब की जरूरत है, जो कि अस्पताल के अल्ट्रा साउंड जांच घर में नहीं है.
बताया गया कि अभी उपयोग किये जा रहे प्रोब से नॉर्मल पेट व प्रोस्टेट की जांच की जा रही है, जिसके कारण मरीजों को अन्य जांच के लिए प्राइवेट अल्ट्रा साउंड के भरोसे रहना पड़ रहा है.
हाई फ्रीक्वेंसी प्रोब की जरूरत
अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट डॉ मनीष लाल ने बताया कि अस्पताल में हाई फ्रीक्वेंसी प्रोब की जरूरत है. इससे सुपर फिसियल स्ट्रर (ऊपरी सतह के चीजों को देखा जा सकता है), एपेंडिक्स, कार्डियेक, नोड व टीवीएस ट्रांस (वेजिना की जांच) के अलावा भी अन्य जांच हो सकती है.
हाई फ्रीक्वेंसी प्रोब की कीमत दो से ढाई लाख
डॉ मनीष लाल ने बताया कि अभी उपयोग किये जा रहे प्रोब की कीमत लगभग 50 हजार रुपये हैं. हाई फ्रीक्वेंसी प्रोब की कीमत दो से ढ़ाई लाख रुपये की आती है. इससे हर तरह के मरीजों को देखा जा सकता है.
अबतक मरीजों की हुई जांच
अल्ट्रा साउंड जांच घर आठ अप्रैल, 2013 को खुला. इसके बाद से अप्रैल में 52, मई में 154, जून में 149, जुलाई में 172, अगस्त में 196, सितंबर में 187 व अक्तूबर में 150 मरीजों की जांच की जा चुकी है.