देवघर: मोहनपुर अंचल के रिखिया के समीप बघाकुरा मौजा में 15 एकड़ विवादित जमीन को लेकर पहले भी बजरंगी महथा व बिलीसी के एक चर्चित बाबा के ग्रुप के बीच भिडंत हो चुकी है. तीन माह पूर्व बघाकुरा जमीन पर भोज के दौरान फायरिंग से बर्चस्व की लड़ाई शुरु हुई थी. इसे लेकर विवादित जमीन पर धारा 144 भी लागू की गयी थी.
इसके बाद दोनों गुटों में विवाद बढ़ता गया. इसी क्रम में बजरंगी महथा के घर पर बमबाजी की भी घटना हुई थी. पहले तो बजरंगी के बयान पर बिनोद मठपति, अरुण पांडे समेत चार पर प्राथमिकी दर्ज हुई थी. उसके बाद इसी जमीन विवाद पर जमीन के एक खरीददार संजय कुंजीलवार के बयान पर बजरंगी महथा पर 10 अक्तूबर को रंगदारी की प्राथमिकी दर्ज हुई थी.
10 दिनों पहले भी पुलिस ने की थी छापेमारी : 10 दिनों पहले भी बघाकुरा की इस विवादित जमीन कुछ लोगों के जुटने की सूचना पर पुलिस ने सचर्च किया था. हालांकि इसमें पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा था. जमीन पर निर्मित एक घर के अंदर भंडारा का सामान व भुजाली मिला था.
बघाकुरा जमीन की खातिर हुई थी चुन्ना झा की हत्या
बघकुरा की इस विवादित जमीन को लेकर करीब 12 वर्ष पहले सिमरखुंट गांव निवासी चुन्ना झा की अपहरण कर हत्या कर दी गयी थी.
उसके बाद से यह जमीन खाली पड़ा था. अचानक लोगों की नजर इस जमीन पर पड़ी. बताया जाता है कि बघाकुरा की यह जमीन करीब 15 एकड़ है. इसकी कीमत करीब 20 करोड़ रुपये आंका गया है.