समिति में बतौर अध्यक्ष उपायुक्त हैं. सदस्य सचिव के रूप में नगर निगम देवघर के सीइओ हैं. सदस्य के रूप में निदेशक डीआरडीए देवघर, विद्युत कार्यपालक अभियंता देवघर, कार्यपालक अभियंता पीएचइडी देवघर, जिला पर्यटन पदाधिकारी देवघर, प्रबंधक बाबा बैद्यनाथ मंदिर देवघर, आण्विक ऊर्जा विभाग के एक वित्तीय प्रतिनिधि, भाभा रिसर्च सेंटर के अलवणीकरण विभाजन के प्रमुख, दो वैज्ञानिक प्रतिनिधि भी शामिल हैं.
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लूट की योजना बनी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट !
देवघर : देवघर नगर निगम की डिप्टी मेयर नीतू देवी ने 10.85 करोड़ की शिवगंगा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के काम में पैसों के गड़बड़झाला होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि शिवगंगा के प्रदूषित जल की सफाई के नाम पर लूट मची है. अबत क करीब तीन करोड़ रुपये का भुगतान होने की […]
देवघर : देवघर नगर निगम की डिप्टी मेयर नीतू देवी ने 10.85 करोड़ की शिवगंगा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के काम में पैसों के गड़बड़झाला होने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि शिवगंगा के प्रदूषित जल की सफाई के नाम पर लूट मची है. अबत क करीब तीन करोड़ रुपये का भुगतान होने की भी सूचना है. इस कार्य में कई लोगों की संलिप्तता है. इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए.
उन्होंने कहां कि मैं विभागीय अधिकारी से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करती हूं. डिप्टी मेयर के आरोप एवं जांच की मांग के बाद विभाग एवं प्रशासनिक महकमा में हलचल शुरू हो गयी है.
गौरतलब है कि बायोलॉजिकल कंटेट रिपोर्ट के बाद देवघर के ऐतिहासिक शिवगंगा तालाब की सफाई एवं प्रदूषित जल को निर्मल बनाने के लिए 10.85 करोड़ रुपये की लागत से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का काम शुरू हो गया है. राज्य सरकार की महत्वाकांझी प्रोजेक्ट को 18 माह में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है. मेसर्स ओजेन रिसर्च एंड एप्लीकेशन (आइ) प्राइवेट लिमिटेड इंडिया, नागपुर के साथ 10 जनवरी 15 को एमओयू किया गया था.
प्रोजेक्ट को पूरा करने में लगेेेंगे 18 माह
शिवगंगा के प्रदूषित जल को निर्मल करने की योजना को पूरी करने में 12 से 18 माह का वक्त लगेगा. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का सिविल वर्क 12 माह में पूरा कर लिया जायेगा. शेष माह में तकनीकी प्रक्रिया को पूरा किया जायेगा. प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद पांच वर्ष तक सुपरविजन किया जायेगा. निर्धारित प्रोजेक्ट के अलावा भाभा रिसर्च सेंटर द्वारा भी करीब पांच करोड़ रुपये खर्च किये जाने हैं.
योजना कार्यान्वयन समिति में शामिल पदाधिकारी
पवित्र शिवगंगा की तालाब की सफाई के लिए योजना कार्यान्वय समिति का गठन किया गया है.
समिति में बतौर अध्यक्ष उपायुक्त हैं. सदस्य सचिव के रूप में नगर निगम देवघर के सीइओ हैं. सदस्य के रूप में निदेशक डीआरडीए देवघर, विद्युत कार्यपालक अभियंता देवघर, कार्यपालक अभियंता पीएचइडी देवघर, जिला पर्यटन पदाधिकारी देवघर, प्रबंधक बाबा बैद्यनाथ मंदिर देवघर, आण्विक ऊर्जा विभाग के एक वित्तीय प्रतिनिधि, भाभा रिसर्च सेंटर के अलवणीकरण विभाजन के प्रमुख, दो वैज्ञानिक प्रतिनिधि भी शामिल हैं.
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