जिक्र है कि सूचना मिली थी कि बाल/महिला हेल्पलाइन देवघर की संचालिका डॉ नीतू द्वारा उक्त संस्था की आड़ में भोले-भाले लोगों से उनके कार्य कराने के बहाने गुमराह कर ठगी व जालसाजी की जा रही है. इसकी शिकायत पाकर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष महुआ माजी अपने संगठन सदस्यों के साथ उक्त संस्था कार्यालय पहुंची थी तथा जांच में अनियमितता पायी. महिला आयोग की अध्यक्ष के निर्देश के आलोक में वरीय पदाधिकारी के आदेश पर थाना प्रभारी श्री गुप्ता एएसआइ श्रीकांत वाजपेयी समेत महिला-पुरुष सशस्त्र बलों के साथ उक्त संस्था कार्यालय में पहुंचे.
टेबुल पर पड़े कागजात की तलाशी के क्रम में पाया कि कई महिलाओं के इंदिरा आवास दिलाने का कागजात, लाल कार्ड निर्गत कराने का कागजात, 23 महिलाओं की फोटो, हस्ताक्षर व टीप निशान लगा पहचान पत्र संलग्न किया गया कागजात, सादे कागज पर विधिक सेवा प्राधिकार का स्टांप लगा, एक मुखिया का स्टांप सहित अन्य कागजात आदि बरामद कर थाना लाया गया. पूछताछ में डॉ नीतू ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. वहीं संस्था का पंजीयन नहीं होने की बात कही. इधर दिन भर नीतू से मिलने के लिए नगर थाना में महिला हेल्पलाइन की सदस्यों सहित कई महिला अधिवक्ताओं का भी आना-जाना लगा रहा.