तीसरे, ताओ मनुष्य को अपना जीवन व्यवस्थित करने का मार्ग बताता है. वह उसे सृष्टि के कार्यकारी सिद्धांतों से समस्वर होने की युक्ति सुझाता है. कनफ्युशियस की शिक्षाओं के विपरीत ताओ की यह मान्यता है कि जीवन में स्वास्थ्य व संतुलन भौतिक आदर्शों के पालन से नहीं अपितु शांतिपूर्वक आत्मविश्लेषण, ताओ पर चिंतन तथा आत्मा की अंतदृर्ष्टि तथा बोधशक्ति के संवर्धन द्वारा स्थापित होता है.ताओ का मार्ग आंतरिक शांति का है. उसका आदर्श मुक्ति नहीं बल्कि उज्जवल तथा सीमा रहित जीवन है जिसका ब्रह्माण्डीय शक्तियों के साथ समस्वरता तथ पूर्ण सामंजस्य होता है. च्वांग त्से जो स्वयं एक महान शिक्षक तथा लाओत्से का शिष्य था, कहता है-”समूची सृष्टि शांत स्थिर मन के समक्ष समर्पण कर देती है.”ताओ मतानुसार सृष्टि की गतिविधियों का स्रोत यिन तथा याड. है. यिन को पहाड़ी की छायादार पार्श्व कहा गया है तथा याड. को उसका प्रकाशित पार्श्व. यिन तथा याड. का अंतर्संबंध स्थिर नहीं बल्कि सतत प्रवाहमान है.
प्रवचन ::: ताओ का मार्ग आंतरिक शांति का है
तीसरे, ताओ मनुष्य को अपना जीवन व्यवस्थित करने का मार्ग बताता है. वह उसे सृष्टि के कार्यकारी सिद्धांतों से समस्वर होने की युक्ति सुझाता है. कनफ्युशियस की शिक्षाओं के विपरीत ताओ की यह मान्यता है कि जीवन में स्वास्थ्य व संतुलन भौतिक आदर्शों के पालन से नहीं अपितु शांतिपूर्वक आत्मविश्लेषण, ताओ पर चिंतन तथा आत्मा […]
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