प्रेस वार्ता में एसपी ने दी जानकारी
देवघर : मधुपुर अनुमंडल अंतर्गत मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के किशनपुर गांव में मो उस्मान के घर छापेमारी ने प्रमाणित कर दिया कि मिनी गन फैक्टरी संचालित कर कारोबारी अपराध को बढ़ावा देने में लगे थे. जब्त निर्मित व अर्धनिर्मित हथियारों को एसपी प्रभात कुमार के सामने लाया गया.
मौके पर आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी ने बताया कि यह अवैध धंधा सुनसान स्थल पर बने दो कमरे में संचालित हो रहा था. इस कारण लोग शंका भी नहीं कर पाते थे.
इस अवैध कारोबार का लिंक बिहार के मुंगेर से जुड़ा है. कारोबार का जाल बिहार, बंगाल, ओड़िसा सहित अन्य प्रांतों तक फैला हुआ है. एसपी ने कहा 2010 में भी इस गन फैक्टरी में छापेमारी हुई थी. आरोपित तीन महीने पूर्व बेल पर छूटे थे.
मिनी गन फैक्टरी से नक्सलियों व स्थानीय अपराधियों को सप्लाई होता था हथियार :
एसपी ने इस बात को स्वीकार किया कि मिनी गन फैक्टरी नक्सलियों के इशारे पर संचालित हो रहा होगा. आम तौर पर ऐसे मामले सिमडेगा समेत नक्सल क्षेत्रों में मिले हैं. अपने लिये ऐसे अवैध कारोबार नक्सलियों द्वारा कराया जाता रहा है.
इन बिंदुओं को केंद्रित कर जांच करायी जा रही है. मिनी गन फैक्टरी से निर्मित हथियार स्थानीय अपराधियों के बीच बिक्री किया जाता ही होगा. वहीं यहां से निर्मित हथियार सूबे के अन्य जिले सहित बिहार, पश्चिम बंगाल व ओड़िसा में भी खपाये जाने की सूचना मिल रही है. उक्त सूचनाओं का सत्यापन कर कार्रवाई करायी जायेगी.
मौके पर मधुपुर इंस्पेक्टर एके सिंह, मधुपुर थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार, मारगोमुंडा थाना प्रभारी राजेंद्र राम, नगर थाना प्रभारी केके साहू व जसीडीह थाना प्रभारी रामबाबू मंडल मौजूद थे.