देवघर: सारठ विधानसभा क्षेत्र से चार टर्म विधायक रहे उदय शंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह अपनी बेबाकी के लिए प्रसिद्ध हैं. राजनीतिक एजेंडे पर शायराना अंदाज में अपनी बातें रखी. उन्होंने कहा कि अब मैं जिस दहलीज पर हूं, सेवा की एक लत सी लग गयी है. लोगों के लिए ही न्यौछावर हूं.
1978 से ही राजनीति में आया. चार टर्म विधायक रहे, विभिन्न दलों के शीर्ष पदों पर भी रहे. इसलिए राजनीति की धुन सी हो गयी है. लगता है ऊपर वाले ने लोगों की सेवा के लिए ही मुङो बनाया है. हमेशा यही इच्छा रहती है कि लोगों के बीच रहूं, उनके लिए कुछ करूं. वैसे भी कभी-कभी जब लोगों के बीच जाता हूं उनकी सेवा करता हूं. जब उनका प्यार पाता हूं तो एक शायरी याद आती है-
आवारगी छोड़ दी हमने तो लोग भूलने लगे हैं।
वर्ना शोहरत कदम चूमती थी जब बदनाम हुआ करते थे ।।
अब शोहरत पाने के ख्वाहिश नहीं है. अभी भी मुझमें ताजगी बरकरार है. जनता के बीच हूं और रहूंगा. अब ऐसा लगता है कोई पसंद करे या नापसंद. दोनों ही बातें अच्छी है. क्योंकि जो लोग पसंद करते हैं उनके दिल में और जो नापसंद करते हैं उनके दिमाग में रहता हूं. उन्होंने कहा कि मैंने अभी तक क्षेत्र में जो भी काम किया या कराया है, सब जनहित के लिए है. हमेशा कुछ काम करने की ख्वाहिश रहती है. लोगों के मान-सम्मान के लिए हमेशा आगे आया हूं. क्षेत्र के जो भी लोग हैं, तकरीबन चार लाख की आबादी है सारठ की, सभी मेरे दिल से जुड़े हैं. हमेशा चाहूंगा कि उनकी इज्जत व मानसम्मान पर आंच न आये. उनके लिए हमेशा तैयार हूं. क्षेत्र की जनता को बधाई. सतत विकास के मार्ग पर उनके साथ रहूंगा.
श्री सिंह ने कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी की कुछ महत्वपूर्ण पंक्तियां मुङो हमेशा प्रेेरणा देती है :
हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा
काल के कपाल पे लिखता-मिटाता हूं
गीत नया गाता हूं, गीत नया गाता हूं