देवघर: नगर थाना क्षेत्र में चल रहे मां ललिता हॉस्पिटल व मेडिका कर्मियों के बीच का विवाद थम नहीं रहा है. पहले मेडिका कर्मियों ने नगर थाना में एफआइआर दर्ज कराया और डराने, सामान रखने व नर्सो के साथ छेड़खानी का आरोप लगाया. घटना की सूचना मिलते ही मेडिका कोलकाता के चेयरमेन ने इस अस्पताल से मरीजों को दी जाने वाली सारी सेवाएं बंद कर दी.
साथ ही सारे कर्मचारियों को कोलकाता वापस बुला लिये. अस्पताल से मेडिका ने अपने सारे उपकरण भी कोलकाता ले गये व अपने चिकित्सकों को वापस बुला लिये. इधर, इस मुकदमे के विरुद्ध पलटा केस सीजेएम की अदालत में मां ललिता अस्पताल के गार्ड अंजेश कुमार पांडेय ने किया है.
इसे पीसीआर केस के तौर पर दर्ज कर लिया गया है. इसमें मेडिका कोलकाता के चेयरमैन डॉ आलोक राय, सीइओ राणा उद्यान लाहेरी, मेडिका के स्टॉफ अनूप दत्ता व लाल बहादुर सिंह को आरोपित किया है. कहा है कि परिवादी को मां ललिता अस्पताल के संचालक शिवदत्त शर्मा ने गार्ड के तौर पर रखा है. बीते 27 अप्रैल 2013 को हॉस्पिटल से लगभग एक करोड़ रुपये का मेडिकल सामान व उपकरण मेडिका कर्मी ले जा रहे थे. गार्ड द्वारा रोके जाने पर मारपीट कर दी व सामान जबरन ले गया.
आरोपितों ने परिवादी को जान से मार डालने की धमकी दी. इसकी शिकायत थाने में की पर अनसुनी कर दी गयी. विवश होकर मुकदमा किया है. सीजेएम ने इस मुकदमा को पंजीकृत कर नगर थाना को एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया है. पुलिस द्वारा घटना की जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी.