देवघर: रविवार को दोपहर तीन बजे बाबा मंदिर परिसर में अनोखी शादी देखने को मिली. मंदिर परिसर में पहली बार संताल रिवाज से शादी संपन्न हुई. देवघर रामपुर निवासी सुरेंद्र मरांडी व रांची निवासी अंजलि वैद्या ने मंदिर परिसर में शादी रचायी. पेशे से सिविल इंजीनियर सुरेंद्र व अंजलि बाबा मंदिर में शादी कर काफी खुश दिखे.
संताल समाज के पुजारी मांझी हड़ाम ने विधि पूर्वक शादी संपन्न करायी. शादी के पूर्व संताल रीति के अनुसार कन्या पक्ष की ओर से दुल्हन को टोकरी में उठा कर वर के समीप लाया. उसके बाद वर ने कन्या को सिंदूर पहना कर शादी संपन्न की. इस अनोखी शादी का गवाह बनने करीब एक हजार की संख्या में संताल समाज से लोग मौजूद हुए. रांची से आयी कन्या के परिजन जीतन टुडू ने बताया कि उनके समाज में भगवान शिव को आराध्य देव का दर्जा प्राप्त है. बाबा मंदिर में इस तरह से शादी संपन्न हाने से विशेष आनंद की अनुभूति मिल रही है.
हम अपने संताल समाज के भाइयों से अपील करते हैं. की सभी अपने आराध्य देव के मंदिर में शादी करने की पहल करे. वहीं कन्या की करीबी मित्र मिताली गुप्ता ने इस तरह की शादी जीवन में पहली बार देखने की बात कही. वर के पिता सुबेदार मरांडी ने बताया की देवघर में घर हाने की वजह से लगातार मंदिर आने की बात कहते हुए मन में बाबा दरबार में अपने बेटे की शादी रचाने बात कही. और कन्या पक्ष को भी इससे अवगत कराया तो कन्या पक्ष के लोग भी खुशी से मंदिर में शादी संपन्न कराने के लिये तैयार हो गये . शादी में संताल समाज के अलावे भारी संख्या में पुरोहित समाज के लोगों ने भी वर वधू को आशीर्वाद दिया.