पालोजोरी:पालोजोरी के विभिन्न गांवों के दस बच्चे राजस्थान सरकार के बाल संरक्षण गृह में हैं. ये बच्चे राजस्थान में एक चूड़ी बनाने वाली कंपनी में काम कर रहे थे. वहां की सरकार ने बाल श्रम अधिनियम के तहत बच्चों को मुक्त कराया व बाल संरक्षण गृह भेज दिया. लाने के लिए गये अभिभावकों को बच्चों को सौंपने के बजाय उन पर ही कानूनी कार्रवाई करने की बात कही.
इस डर से सभी अभिभावक वापस लौट आये. एक माह बीतने के बाद भी बच्चों को नहीं छोड़ा गया जिससे अभिभावकों में बच्चों को लेकर डर देखा जा रहा है. प्रखंड के लेटो, दुधानी, बुढ़वा डंगाल, खुंटोजोरी, डुमरिया के रहमान अंसारी, सिराज अंसारी आदि अभिभावकों ने बताया कि उनके बच्चों को राजस्थान में चूड़ी बनाने वाली कंपनी में काम करने के लिए ले जाया गया. लेकिन सरकार द्वारा छुड़ाये गये बच्चों को उन्हें वापस नहीं किया गया. अब उनके समक्ष बच्चों को वापस लाने की समस्या आ गयी है. स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता के गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने पूरी घटना की जानकारी दी.
स्पीकर ने तत्काल समाज कल्याण मंत्रलय से संपर्क कर बच्चों को वापस लाने के लिए पहल करने की बात कही. वहीं डीसी देवघर को भी इस संबंध में कार्रवाई करने का निर्देश दिया. मौके पर दाउद आलम, सिराज अंसारी, असरूद्दीन अंसारी, खुर्शीद अंसारी, अमरूद्दीन अंसारी, नवाब हुसैन, मजीद अंसारी, कालो सेन, संदीप चौधरी, हाजी मुसलिम साहब, हजरत अंसारी, मुर्ताज अंसारी, हैदर अंसारी आदि थे.