मधुपुर: साढ़े तीन करोड़ की लागत से अनुमंडलीय अस्पताल का नया भवन बन कर तैयार हो गया है. इसमें लाखों के उपकरण लगाये गये हैं. मगर चिकित्सक के नहीं रहने से मरीजों का बुरा हाल है. नये भवन का उदघाटन के बाद भी पुराने भवन में ही अस्पताल संचालित है.
रविवार को प्रभात खबर की टीम अस्पताल पहुंची तो इस दौरान अस्पताल के सभी कमरे तरह बंद मिले. मरीज इलाज के लिए चिकित्सकों का इंतजार कर रहे थे, मगर चिकित्सक नदारद रहे.
क्या कहते हैं मरीज
मारपीट में घायल फागो से रामदयाल पंडित व महेंद्र पंडित के अलावे इलाज को आये अन्य मरीजों ने कहा कि अस्पताल आने पर इलाज नहीं हुआ. दूरभाष पर सिविल सर्जन से बात करने पर उन्होंने तकरीबन चार बजे अस्पताल के उपाधीक्षक सुनील मरांडी को भेजा और उन्होंने घायल मरीजों का इलाज किया.