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भीड़ ने तोड़ा सोमवारी का रिकार्ड

देवघर: बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करने के लिए सावन माह कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी पर शिवभक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. शिवभक्तों की आस्था का आलम यह है कि भीड़ ने सोमवारी का भी रिकार्ड तोड़ दिया. कांवरियों की कतार 13 किमी लंबी हो गयी. ऐसे में आकस्मिक प्रबंधन के लिए प्रशासन तैयार नहीं दिखा. […]

देवघर: बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करने के लिए सावन माह कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी पर शिवभक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. शिवभक्तों की आस्था का आलम यह है कि भीड़ ने सोमवारी का भी रिकार्ड तोड़ दिया. कांवरियों की कतार 13 किमी लंबी हो गयी. ऐसे में आकस्मिक प्रबंधन के लिए प्रशासन तैयार नहीं दिखा. आलम यह था कि अंधेरा छाते ही जब बारिश होने लगी तो कतार में खड़े कांवरियों की भारी फजीहत हुई. कांवरिये अंधेरे में भींगते हुए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे. आस्था के आगे प्रशासनिक व्यवस्था कम पड़ गयी. बुधवार देर रात से ही कांवरियों की कतार लंबी होती चली गयी. गुरुवार को तकरीबन एक लाख कांवरियों ने जलार्पण किया. वहीं प्रवेश कार्ड के रिकार्ड बताते हैं कि बाबाधाम में डेढ़ लाख से अधिक कांवरिये आ चुके हैं.

जाहिर है बाबा मंदिर की क्षमता अधिक से अधिक 80 से 90 हजार के जलार्पण की है. लगभग 40 से 50 हजार कांवरिये गुरुवार को जलार्पण से वंचित रह जायेंगे. यानी इतने लोगों को शुक्रवार का इंतजार करना होगा.

कतार में महिला और बच्चे रहे परेशान
व्यवस्था का आलम यह है कि लाख परेशानी और लोगों की शिकायत के बाद भी कांवरियों की एक ही कतार लगायी जा रही है जिसमें महिलाएं और बाल कांवरियों को काफी परेशानी हो रही है. अफरा-तफरी में ये पीछे छूट जाते हैं. यही कारण है कि जलार्पण के लिए इन लोगों को कतार में तकरीबन 15 से 20 घंटे तक खड़ा होना पड़ रहा है. फिर भी कइ भक्तों की बारी नहीं आयी. अब वे शुक्रवार के इंतजार में हैं.

आज भी बंद रहा शीघ्र दर्शनम
जिला प्रशासन ने अगले आदेश तक शीघ्र दर्शनम पास पर रोक लगा दिया गया है. इस कारण गुरुवार को भी शीघ्र दर्शनम की सुविधा का लाभ कांवरिये नहीं उठा सके .शीघ्र दर्शनम के लिए भी कांवरिये भटकते रहे.

रूट लाइनिंग में बरमसिया के बाद व्यवस्था नदारद
रूट लाइनिंग में बरमसिया तक तो कोरिडोर, पेयजल, बिजली, सूचना केंद्र, अस्थायी अस्पताल आदि की व्यवस्था है. लेकिन शुरू के दिनों से कतार बरमसिया, कुमुदिनी घोष रोड़, नंदन पहाड़, बेलाबगान होते हुए डढ़वा नदी और गुरुवार को तो चांदपुर तक पहुंच गयी. इस रूट में कहीं भी पानी, रोशनी, कोरिडोर, शौचालय, अस्थायी अस्पताल की व्यवस्था नहीं है. यहां तक कि सूचना संप्रेषण की भी व्यवस्था नहीं है. इस कारण कांवरियों को काफी फजीहत ङोलनी पड़ रही है. लंबी कतार देख एसडीओ जय ज्योति सामंता डढ़वा नदी के पास कतार सुव्यवस्थित करने पहुंचे. घंटों वहां खड़े होकर उन्होंने कांवरियों के रूट लाइनिंग को दुरुस्त करवाया.

रह-रह कर मचती रही अफरा-तफरी
लंबी कतार के कारण पुलिस बल व प्रशासनिक व्यवस्था कम पड़ गयी है. सभी प्वाइंट पर पुलिस बलों की व्यवस्था नहीं हो सकी है. इस कारण रह-रह कर कतार में अफरा-तफरी मचती रही. जब कतार थोड़ी देर रूक जाती थी तो कांवरिये सड़क पर ही बैठ जाते थे, कुछ खड़े रहते थे. जैसे ही कतार चलती थी, लोगों में आगे बढ़ने की होड़ सी मच जाती थी, इसी कारण अफरा-तफरी मचती रही जिसे नियंत्रित करने वाला कोई नहीं था. ऐसे में कई कांवरिये घायल हो गये.

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