देवघर : श्रावणी मेला में दरभंगा के 65 वर्षीय गिरीशचंद्र मंडल पिछले 42 वर्षों से कांवर लेकर डाक बम के रूप में सुल्तानगंज से बाबाधाम तक यात्रा करते आ रहे हैं. गिरीशचंद्र सावन के प्रत्येक सोमवारी को पैदल यात्रा कर बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करते हैं. गिरीशचंद्र ने रविवार शाम पांच बजे सुल्तानगंज से कांवर में जल लेकर चले तथा 17 घंटे में दुम्मा पहुंच गये.
श्री मंडल ने बताया कि अममून डाक बम कमर में जल पात्र बांधकर चलते हैं, लेकिन जब इस कांवरिया पथ पर कोई व्यवस्था नहीं थी उस समय से ही वे कांवर में जल पात्र लेकर डाक बम के रूप में चल रहे हैं. इस दौरान कभी रुके नहीं हैं. यह लंबी यात्रा कब समाप्त हो जाती है पता ही नहीं चलता है. बाबा बैद्यनाथ के प्रति अटूट आस्था ही उन्हें इस उम्र में शक्ति प्रदान करती है. श्री मंडल ने बताया कि कांवर यात्रा से उनके मन से हर तरह के भय की समाप्ति हुई है, एक आत्मशक्ति की अनुभूति होती है. बिहार सरकार में एक कर्मी के रूप में सेवा दे रहे हैं, बाबा ने जीवन में हर सुख दिया है, अब कोई मनोकामना नहीं है.