देवघर: बाबा बैद्यनाथ मंदिर से सटे नाथबाड़ी की जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज हो गयी है. बाब बैद्यनाथ मंदिर प्रबंधन बोर्ड द्वार लिये गये निर्णय के अनुसार भू-अजर्न विभाग ने अधिग्रहण की प्रक्रिया के तहत देवघर अंचल कार्यालय से नाथबाड़ी की जमीन का पूरा दस्तावेज व भू-मालिकों का नाम मांगा गया था. देवघर अंचल कार्यालय से नाथबाड़ी का खतियान व डीड समेत पारिवारिक सूची तैयार की जा रही है.
देवघर अंचल द्वारा अभिलेखागार व एलआरडीसी कार्यालय से भी दस्तावेज मांगे गये हैं. पिछले दिनों अंचल के हल्का कर्मचारी व अमीन द्वारा नाथबाड़ी जमीन की मापी की गयी थी, इसमें कुल 31,680 स्क्वायर फीट जमीन का पता लगा है. इसमें 22 हजार स्क्वायर फीट जमीन खाली अवस्था में है. जबकि नाथबाड़ी की आठ हजार स्क्वायर फीट जमीन पर दुकानें बनी हुई है. शेष 1680 स्क्वायर फीट जमीन पर नाथ संप्रदाय के महंत की समाधि है. मापी के बाद इन दिनों अंचल कर्मियों द्वारा नाथबाड़ी का नया नक्शा भी तैयार किया गया है. नक्शे में जमीन, दुकान व महंत की समाधि को भी दर्शाया गया है. ज्ञात हो कि नाथबाड़ी की जमीन पर भू माफिया की नजर के बाद ‘प्रभात खबर’ ने इस मुद्दे को लगातार प्रमुखता से उठाया था.
रजिस्ट्री ऑफिस का पता लगाया जा रहा मार्केट वेल्यू
भू-अजर्न विभाग नयी भूमि अधिग्रहण अधिनियम के तहत नाथबाड़ी की जमीन का अधिग्रहण करेगी. अधिनियम के तहत जमीन की प्रकृति के अनुसार भू-मालिकों को मुआवजा मिलेगा. विभाग के अनुसार जमीन की प्रकृति पर मुआवजा तय होगा. पारिवारिक सूची तैयार होने के बाद भू-मालिकों को नोटिस करने की तैयारी चल रही है. नाथबाड़ी की जमीन में मुआवजा की राशि तय करने के लिए रजिस्ट्री ऑफिस से मदद मांगी गयी है. रजिस्ट्री ऑफिस मार्केट वेल्यू की रिपोर्ट तैयार कर रही है. यह रिपोर्ट भू-अजर्न विभाग को सौंपे जाने के बाद दावेदारों को मुआवजा मिलेगा.