देवघरः नगर थानांतर्गत हरदलाकुंड से अपहृत मोहनपुर थाना क्षेत्र के बंसडीहा निवासी छात्र सावन राज अपहरण मामले में पुलिस का अनुसंधान आखिरी पड़ाव पर जा पहुंचा है. पुलिस को पता चल चुका है कि अब सावन राज जिंदा नहीं है.
अपहरण के बाद ही उसकी हत्या कर दी गयी थी. इस संबंध में नगर पुलिस ने घटना के प्रत्यक्षदर्शी सीमावर्ती चांदन थाना क्षेत्र के कोरिया निवासी एक छात्र विकास उर्फ राज आर्यन का कोर्ट में 164 के तहत बयान भी कराया है. सूत्रों के अनुसार विकास ने मजिस्ट्रेट के सामने खुलासा किया है कि सावन राज की हत्या टांगी से मार-मार कर की गयी थी. घटना को पांच युवकों ने मिल कर अंजाम दिया था. इसी आधार पर पुलिस ने दो आरोपितों को पूछताछ के लिये हिरासत में भी लिया है. हिरासत में लिये गये दोनों युवक मोहनपुर थाना क्षेत्र के ढाकोडीह के निवासी हैं.
कॉल डिटेल्स के आधार पर हुआ खुलासा : सूत्रों के अनुसार सावन की मोबाइल का कॉल डिटेल्स में पांच नंबरों के लगातार काफी देर तक बात करने का प्रमाण मिला था. उसी बिंदु को ध्यान में रख कर पुलिस ने अनुसंधान आगे बढ़ाया तो कुछ साक्ष्य हाथ लगा. इसके बाद पुलिस ने विकास को लाकर पूछताछ किया और उसका कोर्ट में बयान करा दिया.
छानबीन के लिये तपोवन पहुंची नगर पुलिस : मामले में सुराग मिलने के बाद फिर नगर पुलिस रविवार को छानबीन के लिये तपोवन पहुंची. इस संबंध में जानकारी मिलने के बाद सावन की लाश के कंकाल आदि की खोज में पुलिस तपोवन पहाड़ पर गयी थी. वहां पत्थर व झाड़ियों में छान मारा. बावजूद कुछ नहीं मिला. पुलिस टीम में नगर इंस्पेक्टर अरविंद उपाध्याय सहित थाना प्रभारी एनडी राय, कांड के आइओ देवेंद्र पासवान व पीएसआइ कैलाश कुमार सहित सशस्त्र जवान शामिल थे. बताते चलें कि नगर थाना में अपहृत छात्र सावन के पिता भूपाल कापरी के बयान पर कांड संख्या 68/14 दर्ज कराया गया था. इस मामले में पूर्व से दो आरोपितों कपिल देव यादव तथा प्रदीप यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. इन दोनों के विरुद्ध आरोप पत्र भी दाखिल हो चुका है.