योजना का फायदा नहीं . देवघर व गोड्डा कृषि कॉलेज में शिक्षक व कर्मियों की नहीं हुई नियुक्ति
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छात्र ले रहे नामांकन देवघर व गोड्डा में, पढ़ाई करते रांची में
योजना का फायदा नहीं . देवघर व गोड्डा कृषि कॉलेज में शिक्षक व कर्मियों की नहीं हुई नियुक्ति देवघर का कृषि काॅलेज भवन 2016 में ही हो चुका है तैयार गोड्डा के कृषि कॉलेज का काम 80 फीसदी पूरा दोनों कॉलेजों में एक सौ छात्रों का हो चुका है नामांकन देवघर/गोड्डा : बिरसा मुंडा कृषि […]
देवघर का कृषि काॅलेज भवन 2016 में ही हो चुका है तैयार
गोड्डा के कृषि कॉलेज का काम 80 फीसदी पूरा
दोनों कॉलेजों में एक सौ छात्रों का हो चुका है नामांकन
देवघर/गोड्डा : बिरसा मुंडा कृषि विश्वविद्यालय के अधीन देवघर के मोहनपुर में रवींद्रनाथ टैगोर कृषि कॉलेज बनकर तैयार है तथा गोड्डा में तिलका मांझी कृषि कॉलेज का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है. दोनों कॉलेज में एक सौ छात्र-छात्राओं का नामांकन भी हो चुका है, लेकिन दोनों कॉलेजों में शिक्षक व कर्मियों की नियुक्ति नहीं होने से पढ़ाई अबतक शुरू नहीं हुई है. ऐसे में दोनों कॉलेजों में नामांकित एक सौ छात्र-छात्राएं रांची स्थित बिरसा मुंडा कृषि विश्वविद्यालय में कक्षा करने को मजबूर हैं. तीन वर्ष के कोर्स में इन छात्रों ने छह माह की पढ़ाई विश्वविद्यालय के कैंपस में ही पूरी की है.
करीब 25 करोड़ की लागत ने बनाया गया है कॉलेज भवन
देवघर में करीब 25 करोड़ की लागत से तैयार कृषि कॉलेज में प्रशासनिक भवन, क्लास रूम, छात्र व छात्राओं का हॉस्टल आदि की सुविधा है. राज्य सरकार ने दोनों काॅलेजों में कैबिनेट से प्राचार्य, शिक्षक व कर्मियों का पद सृजित कर स्वीकृति भी दी है, लेकिन अब तक नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी नहीं होने की वजह से कॉलेजों में पढ़ाई चालू नहीं हो पायी है. विश्वविद्यालय के स्तर से छह माह से शिक्षकों व कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया लंबित है.
अगले माह से कॉलेज में लगेगी कक्षाएं: वीसी
बिरसा मुंडा कृषि विश्वविद्यालय के वीसी डा परविंदर कौशल ने बताया कि राज्य में पांच कृषि कॉलेज व डेयरी कॉलेजों में पढ़ाई जनवरी 2018 से शुरू कर दी जायेगी. इसमें देवघर व गोड्डा का कृषि कॉलेज शामिल है. इस दिशा में विवि के स्तर से सभी तैयारी की जा रही है. तत्काल विश्वविद्यालय में ही दोनाें कॉलेज के छात्र-छात्राओं को पढ़ाया जा रहा है.
देवघर में उन्नत बीज अनुसंधान केंद्र खोलने की है योजना
वर्ष 2012 में रवींद्रनाथ टैगोर कृषि कॉलेज का शिलान्यास हुआ था. निर्धारित समय पर काम तो पूरा नहीं हुआ, लेकिन 2016 में कृषि कॉलेज का भवन तैयार हो गया. इस कॉलेज में कृषि की पढ़ाई के साथ-साथ उन्नत बीज का अनुसंधान केंद्र खोलने व संताल परगना के किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण देने की भी योजना थी, लेकिन कॉलेज चालू नहीं होने से सभी योजना अटकी है.
2006 में हुआ था गोड्डा कृषि कॉलेज का शिलान्यास
पौड़ेयाहाट के पुनसिया मौजा में वर्ष 2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा व शिक्षा मंत्री प्रदीप यादव ने गोड्डा कृषि कॉलेज का शिलान्यास किया था. शिलान्यास के बाद जमीन विवाद में छह वर्षों तक काॅलेज का कार्य बंद रहा. 2012 में सांसद निशिकांत दुबे की पहल पर काॅलेज का निर्माण कार्य चालू हुआ.
कहते हैं निदेशक
दोनों कॉलेज में कुरसियां समेत फर्नीचर की व्यवस्था करने की दिशा पर काम हो रहा है. शिक्षक व कर्मियों की नियुक्ति के लिए इंटरव्यू भी शुरू कर दी गयी है. जल्द ही नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी. इस वित्तीय वर्ष में ही दोनों कॉलेजों में छात्राें को शिफ्ट किया जायेगा.
राकेश रोशन, प्रशासनिक निदेशक, बिरसा मुंडा कृषि विश्वविद्यालय
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