विभाग की ओर से पत्र भी जारी किया गया है. बावजूद शिक्षक चावल उठाव में जुटे रहते हैं. यह गंभीर बात है. पूरे मामले की समीक्षा की जायेगी. समीक्षा के बाद स्पष्टीकरण पूछा जायेगा. आवश्यकता पड़ी तो विभागीय कार्रवाई भी संभव है.
जिला शिक्षा अधीक्षक के कड़े तेवर के बाद शिक्षकों में हड़कंप मच गया है. यही नहीं रिक्यूजिशन स्लिप पर एक शिक्षक द्वारा फॉर करके हस्ताक्षर करना एवं वहीं प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी जसीडीह का मुहर किस परिस्थिति में लगाया गया. इस मामले की भी जांच की जायेगी.