सारठ: प्रखंड मुख्यालय के किसान भवन मे आयोजित राष्ट्रीय पोषण सप्ताह कार्यक्रम में सीडीपीओ आशुतोष कुमार ने सेविकाओं को पोषण के महत्व एवं कुपोषण का कुप्रभाव विषय पर जानकारी दी.
बताया कि बच्चे देश की सर्वोच्च संपदा हैं. इनका सही रूप से पोषण हो, इसके लिए संतुलित भोजन अनिवार्य होता है. सीडीपीओ ने सेविकाओं को निर्देश दिया कि वे अपने अपने पोषक क्षेत्र के किशोरी, गर्भवती माता, धातृ माता एवं शून्य से पांच वर्ष के बच्चों की संपूर्ण देखभाल के लिए संतुलित भोजन की जानकारी दें. कहा कि गांव में उपलब्ध मौसमी फलों अमरूद, केला, पपीता में पोषक पदार्थ काफी मात्रा मे पाये जाते हैं.
इनका समय पर और संतुलित मात्रा मे सेवन करने से तंदरुस्त होते हैं. सेविका को इस बाबत निर्देश दिया गया कि वे अपने अपने पोषक क्षेत्र के लाभुको के साथ बैठक कर इन सब बातों की जानकारी दें. कहा कि संतुलित भोजन नहीं मिलने से बच्चे कुपोषण का शिकार होते हैं. इससे बच्चे का स्वास्थ्य खराब हो जाता है.
कहा कि स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए पोषण, स्वच्छता एवं नियमित टीकाकरण होना अति आवश्यक है. वहीं बीडीओ निशा कुमारी सिंह एवं सीओ धनंजय कुमार ने भी सेविकाओं को पोषण की उपयोगिता के बारे मे विस्तार से जानकारी दी. इस दौरान हरी सब्जियों की प्रदर्शनी भी लगायी गयी. कार्यक्रम में मुख्य रूप से पर्यवेक्षिका अनीता देवी, सीता रानी, सहायक संतलाल भंडारी, कंप्यूटर ऑपरेटर मीना देवी, सेविका शैल झा, मजहबी आरा, गुल रेहाना, प्रमीला देवी, रीना देवी, किरण देवी, विद्यारानी समेत कई सेविकाएं मौजूद थीं.